अमर उजाला
Thu, 29 May 2025
आचार्य चाणक्य की गणना आज भी महान विद्वान और अर्थशास्त्री के रूप में की जाती है
उन्होंने अपने जीवनकाल में‘चाणक्य नीति’नामक एक ग्रंथ की रचना की थी, जिसका अध्ययन वर्तमान में भी किया जाता है
आचार्य चाणक्य के इस नीति शास्त्र में दोस्त, धन, सुख-दुख और जीवन में लक्ष्यों को हासिल करने के सूत्रों का उल्लेख है
शान्तितुल्यं तपो नास्ति न सन्तोषात्परं सुखम्।
न तृष्णायाः परो व्याधिर्न च धर्मो दयापरः ।।
शत्रु पर विजय पाने के लिए आचार्य चाणक्य की इस बात का रखें ध्यान