अमर उजाला
Tue, 12 August 2025
आपके मन में भी यह सवाल जरूर आया होगा कि आपसे तो UPI पेमेंट के चार्ज नहीं लिए जाते, तो UPI एप्स की कमाई होती कैसे है? तो चलिए जानते हैं...
इन डिजिटल दिग्गज एप की कमाई एक अनोखे बिजनेस मॉडल से होती है। ये एप्स ज्यादातर छोटे-छोटे किराना स्टोर्स और बिजनेस करने वाली कंपनियों से कमाते हैं।
आपने दुकान में UPI Apps के स्पीकर देखें होंगे, जो पेमेंट करने पर अनाउंस करते हैं। इस स्पीकर के लिए कंपनी हर महीने दुकानदार से 100 रुपये तक चार्ज करती है।
कंपनियां पेमेंट करने पर ग्राहक को स्क्रैच कार्ड्स जारी करती हैं, जिससे प्रोडक्ट पर डिस्काउंट मिलता है। ग्राहक के प्रोडक्ट खरीदने पर UPI एप को कमीशन मिलता है।
इसके अलावा कंपनी बिजनेस को पेमेंट गेटवे देने के लिए भी चार्ज करती हैं। बिजनेस को पेमेंट का कंप्लीट सॉल्यूशन मिलता है जिसके लिए भुगतान करना पड़ता है।
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