अमर उजाला
Mon, 5 May 2025
आजकल के स्मार्टफोन्स में फेस अनलॉक फीचर आम हो गया है। लेकिन सवाल ये है कि क्या मरे हुए व्यक्ति के चेहरे से उसका फोन अनलॉक किया जा सकता है?
यह सवाल केवल जानकारी ही नहीं बल्कि डिजिटल सेफ्टी और प्राइवेसी के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं...
फेस अनलॉक तकनीक फोन के फ्रंट कैमरा की मदद से चेहरे के पैटर्न को स्कैन करती है।
यह आंखों की पोजीशन, चेहरे की बनावट, गहराई और एक्सप्रेशन जैसे कई पहलुओं को पहचानती है।
आधुनिक फोन में यह तकनीक काफी एडवांस हो गई है और इसमें "लाइवनेस डिटेक्शन" (liveness detection) जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।
फेस अनलॉक तभी काम करता है जब व्यक्ति की आंखें खुली हों और वह जीवित हो।
"लाइवनेस डिटेक्शन" यह पहचानता है कि सामने जो चेहरा है, वह जिंदा और एक्टिव है या नहीं। तभी फोन खुल सकता है।
लेकिन पुराने फोन में यह फीचर उपलब्ध नहीं होता। जिसके चलते फोटो या मृत व्यक्ति के चेहरे से कई फोन खुल जाते हैं।
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