अमर उजाला
Mon, 29 September 2025
फास्ट चार्जिंग से बैटरी का तापमान तेजी से बढ़ जाता है, जिससे उसकी उम्र पर असर पड़ सकता है।
फास्ट चार्जिंग स्मार्टफोन के चार्जिंग सर्किट पर दबाव डालती है, जिससे अन्य हार्डवेयर को नुकसान पहुंच सकता है।
अगर चार्जिंग नियंत्रित न हो तो बैटरी ओवरचार्ज हो सकती है और हाई वोल्टेज से बैटरी के केमिकल्स खराब हो सकते हैं।
खराब क्वालिटी वाले फास्ट चार्जर का इस्तेमाल फोन के लिए खतरनाक हो सकता है और बैटरी फटने तक का खतरा होता है।
धीमी चार्जिंग बैटरी के लिए सुरक्षित और लंबे समय तक बेहतर रहती है। यह बैटरी की हेल्थ को सुरक्षित रखती है।
फास्ट चार्जिंग सुविधाजनक है, लेकिन रोजाना इस्तेमाल से बैटरी कमजोर हो सकती है। इसे केवल जरूरत पड़ने पर ही उपयोग करें।
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