अमर उजाला
Tue, 16 September 2025
इन दिनों सोशल मीडिया पर एआई जनरेटेड फोटो का ट्रेंड लगातार बढ़ रहा है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर Nano Banana AI 3D फिगरीन और Banana AI Saree ट्रेंड ने धूम मचा दी।
गूगल के Gemini Nano मॉडल पर आधारित यह टूल साधारण सेल्फी को या तो खिलौना-जैसे 3D पोर्ट्रेट में बदल देता है।
लेकिन हर एआई ट्रेंड के साथ एक बड़ा सवाल उठ खड़ा होता है कि क्या इससे हमारी प्राइवेसी खतरे में नहीं पड़ती?
किसी भी एआई से फोटो बनवाने में सबसे बड़ा खतरा होता है अपनी पहचान से समझौता कर लेना।
AI टूल के पास एक बार आपकी तस्वीर चली जाए तो आपको पता नहीं होता कि उसका किस तरह इस्तेमाल होने वाला है।
एक फोटो से कई तरह के डिटेल जैसे कि किसी और व्यक्ति की तस्वीर, बैक ग्राउंड में दिख रही जानकारियां, लोकेशन या आपके साथ बच्चों के चहरे शेयर हो जाते हैं।
एआई कंपनियां यूजर्स की जानकारियों को सुरक्षित रखने की कई तरह के दावे करती हैं, लेकिन फोटो का कैसे इस्तेमाल होने वाला है ये नहीं बताती।
इसलिए एआई से कई तरह की पर्सनल जानकारियां, प्राइवेट फोटोज, वीडियोज शेयर करने से बचना चाहिए।
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