अमर उजाला
Mon, 1 December 2025
नवंबर महीने के शुरुआती दिनों में दिल्ली एयरपोर्ट समेत देश के कई प्रमुख हवाई अड्डों पर GPS स्फूफिंग की गई थी। आइए जानते हैं यह क्या होता है।
केंद्र सरकार ने सोमवार को संसद में एक लिखित बयान में स्वीकार किया है कि दिल्ली समेत देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर जीपीएस स्पूफिंग की गई थी।
जीपीएस स्पूफिंग के चलते दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर करीब 800 उड़ानें प्रभावित हुईं थी।
जीपीएस स्पूफिंग एक साइबर हमला है, जिसमें नकली सिग्नल भेजकर किसी भी डिवाइस को गलत लोकेशन दिखाई जाती है।
उदाहरण के तौर पर जैसे आपके फोन की लोकेशन अचानक चार किमी दूर दिखने लगे। इससे विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है।
हैकर्स ने सिग्नल ब्लास्ट कर GPS सिस्टम पर एयर ट्रैफिक को बढ़ा दिया था। यह एक साथ लाखों फेक सिग्नल भेजने का तरीका है। इससे एयर ट्रैफिक कंट्रोल क्रैश हो जाता है।
भारत में अब तक 465 से ज्यादा GPS इंटरफेरेंस के मामले दर्ज किए गए हैं।
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