अमर उजाला
Fri, 2 May 2025
पहलगाम आतंकी हमले में सुरक्षा एजेंसियों ने सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल होने की जाने की संभावना जताई है।
जांच एंजेंसियों का मानना है कि आतंकियों ने चीनी कंपनी हुआवै (Huawei) के सैटेलाइट बेस्ड फोन का इस्तेमाल किया है।
माना जा रहा है कि यह फोन पाकिस्तान या किसी और देश से तस्करी कर लाया गया हो सकता है।
तो चलिए आपको बताते हैं कि सैटेलाइट फोन क्या है और यह कैसे काम करता है।
सैटेलाइट फोन मोबाइल टावर के जगह सीधे सैटेलाइट से सिग्नल प्राप्त करते हैं। इस वजह से ये फोन वहां भी काम कर सकते हैं जहां मोबाइल सिग्नल नहीं आता।
आज कल के एडवांस सैटेलाइट फोन साधारण स्मार्टफोन की तरह दिखते हैं, जिनमें एक्सटर्नल एंटिना नहीं होता।
Huawei और T-Phone जैसे ब्रांड्स अपने स्मार्टफोन में सैटेलाइट कम्यूनिकेशन की सुविधा देते हैं। लेकिन ये स्मार्टफोन साधारण स्मार्टफोन्स की तुलना में काफी महंगे होते हैं।
जब कोई सैटेलाइट फोन से किसी को कॉल करता है तो वह सिग्नल पृथ्वी की निचली कक्षा में घूमने वाले Low Earth Orbit सैटेलाइट से जुड़ता है।
यहीं से सिग्नल रीसिविंग डिवाइस तक पहुंचता है और दो लोग आपस में बातचीत या वीडियो कॉल कर सकते हैं।
फिलहाल भारत में किसी भी कंपनी ने सैटेलाइट कॉल सेवा शुरू नहीं की है। हालांकि, एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक बहुत जल्द भारत में सैटेलाइट इंटरनेट शुरू कर सकती है।
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