संवाद में बोले अरुण योगीराज, कैसे मिला रामलला का चेहरा राम मंदिर के 'गर्भ गृह' में विराजमान रामलला में जान फूंकने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज आज एक जाना माना नाम हैं अमर उजाला संवाद लखनऊ में पहुंचे अरुण योगीराज ने कहा कि भगवान ने उन्हें इस काम के लिए चुना था संवाद में मूर्तिकार अरुण योगीराज ने रामलला के सवालो पर दिल खोलकर अपनी बात रखी अरुण योगीराज ने कहा कि बालकराम के भाव उकेरना काफी कठिन था, जिसके लिए मैंने बच्चों के साथ बहुत वक्त बिताया अरुण योगीराज ने बताया कि जब उन्होंने दीपावली अयोध्या में मनाई तो दीपों की रोशनी में उन्हें रामलला के चेहरे को उकेरने की प्रेरणा मिली संवाद में अरुण योगीराज ने ये भी कहा कि देश की प्रतिक्रिया देखकर आज मैं कह सकता हूं कि मुझे अपने काम पर गर्व है राम की आंखें तराशने के सवाल पर अरुण योगीराज ने बताया कि मैंने पत्थरों के साथ इतना समय बिताया कि मैं पत्थर से बात कर लेता हूं मैंने राम से ही निवेदन किया कि आप जैसी आंखें चाहते हैं वैसी आंखें बनवा लीजिए, यह भगवान की कृपा है कि वह नेत्र सबको अच्छे लग रहे हैं अरुण योगीराज रामलला मूर्ति