अमर उजाला
Thu, 8 June 2023
गांववाले बराती बने। गाजे-बाजे के साथ बरात निकाली। सैकड़ों लोगों को दावत खिलाई गई।
मगर इस विवाह की अनूठी और हैरान करने वाली बात यह है कि दूल्हा और दूल्हन नहीं थे।
ये अनूठा विवाह कुआं और बगिया का हुआ। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विवाह संपन्न कराया गया।
परंपरा के अनुसार कुआं का विवाह होने से वह पूज्य हो गया है। अब ग्रामीणों को कुआं पूजन के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
भोपाल में इस दिन से कथा सुनाएंगे प्रदीप मिश्रा