'मैं विकास दुबे कानपुरवाला', बिकरूकांड के तीन साल बाद क्या चल रहा केस में? यूपी के कानपुर देहात के चौबेपुर में तीन साल पहले हुए बिकरूकांड का मुख्य मामला कानूनी दांव-पेंच के चलते तारीख-दर-तारीख लंबित चल रहा है। अभियोजन की लगातार पैरवी व अदालत के सख्त रुख अपनाने पर आरोपियों पर आरोप तय हो सके। मामले में अब गवाही शुरू हुई है, बचाव पक्ष पिछली कई तिथियों से जिरह कर रहा है, लिहाजा बिकरूकांड पर फैसला आना कोसों दूर है। दो जुलाई 2020 को चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे ने साथियों के साथ फायरिंग की थी। विकास दुबे की ओर से फायरिंग में तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिस ने विकास दुबे समेत 21 नामजद व 60-70 अन्य बदमाशों के खिलाफ हत्या, लूट समेत कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। वारदात के बाद पुलिस व एसटीएफ ने विकास दुबे व उसके पांच साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस ने मामले में विवेचना कर 44 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिए थे। ge