धाराओं में कभी न बहना
हाँ प्रतिरोध पड़ेगा सहना
हँसकर सहिये
चलते रहिये
कहते रहे समय के पहिये
भावुकता अवरोध बनेगी
प्यार बनेगी क्रोध बनेगीकिन्तु न ढहिये
चलते रहिये
कहते रहे समय के पहिये
जो भी थके झुके दिख जायें
पथ में कहीं रुके दिख जायें
उनसे कहिये
चलते रहिये
कहते रहे समय के पहिये
साभार: ज्ञानप्रकाश आकुल की फेसबुक वाल से
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