शहीद हुए कितने माॅं के बेटे
वीरांगनाएं भी कुछ कम नहीं
वो यही कह गए
कि मेरे वतन तू आजाद रहे
भले ही इस आजाद वतन में
रहें हम नहीं
- हम उम्मीद करते हैं कि यह पाठक की स्वरचित रचना है। अपनी रचना भेजने के लिए यहां क्लिक करें।
कमेंट
कमेंट X