आप अपनी कविता सिर्फ अमर उजाला एप के माध्यम से ही भेज सकते हैं

बेहतर अनुभव के लिए एप का उपयोग करें

विज्ञापन

वायरल शायरी: दोस्त अब थकने लगे हैं...

viral shayari social media three august
                
                                                         
                            दिनभर जो भागते दौड़ते थे,
                                                                 
                            
वो अब चलते चलते भी रुकने लगे हैं।

पर ये हकीकत है,
सब दोस्त थकने लगे हैं। 

किसी को लोन की फ़िक्र है,
कहीं हेल्थ टेस्ट का ज़िक्र है। 

फुर्सत की सब को कमी है,
आंखों में अजीब सी नमी है। 

कल जो प्यार के ख़त लिखते थे,
आज बीमे के फार्म भरने में लगे हैं। 

पर ये हकीकत है 
सब दोस्त थकने लगे हैं। 

देख कर पुरानी तस्वीरें,
आज जी भर आता है।

क्या अजीब शै है ये वक़्त भी,
किस तरह ये गुज़र जाता है।

कल का जवान दोस्त मेरा,
आज अधेड़ नज़र आता है। 

ख़्वाब सजाते थे जो कभी ,
आज गुज़रे दिनों में खोने लगे हैं। 

पर ये हकीकत है 
सब दोस्त थकने लगे है। 

(ये शायरी इंटरनेट की दुनिया में लोकप्रिय है। अगर आपको लेखक का नाम मालूम हो तो ज़रूर बताएं। शायरी के साथ शायर का नाम लिखने में हमें ख़ुशी होगी।)
3 वर्ष पहले

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
विज्ञापन
X
बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही

अब मिलेगी लेटेस्ट, ट्रेंडिंग और ब्रेकिंग न्यूज
आपके व्हाट्सएप पर