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श्रीकांत वर्मा की कविता- लौटकर सब आएँगे सिर्फ़ वह नहीं जो युवा था

कविता
                
                                                         
                            लौटकर सब आएँगे 
                                                                 
                            
सिर्फ़ वह नहीं 
जो युवा था— 
युवावस्था लौटकर नहीं आती। 

अगर आया भी तो 
वही नहीं होगा। 

पके बाल, झुर्रियाँ, 
ज़रा, 
थकान 
वह बूढ़ा हो चुका होगा। 

रास्ते में 
आदमी का बूढ़ा हो जाना 
स्वाभाविक है— 
रास्ता सुगम हो या दुर्गम 

कोई क्यों चाहेगा 
बूढ़ा कहलाना?  आगे पढ़ें

19 घंटे पहले

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