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Hug Day - दुश्मनों को भी गले लगाते शायरों के अल्फ़ाज़

Hug Day Shayari collection
                
                                                         
                            

आज तो यूं गले लग जाओ कि बस
फिर तो जाने तुम्हें कब कब देखें
- अनवार अंजुम


मोहब्बत में शायद कमी रह ही जाती
अगर तू गले लग के रोया न होता
- रोबीना बट

तमाम उम्र का सौदा है एक पल का नहीं
बहुत ही सोच समझ कर गले लगाओ हमें
- मंज़र अय्यूबी


जो दूर रह के उड़ाता रहा मज़ाक़ मिरा
क़रीब आया तो रोया गले लगा के मुझे
- फ़रियाद आज़र

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2 वर्ष पहले

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