मेरा जन्म बीकनफील्ड, बकिंघमशायर में हुआ था। मेरी पहली कहानी तब प्रकाशित
हुई, जब मैं तेरह वर्ष का था। सत्तरह साल की उम्र में स्कूली जीवन में मुझे
पत्रकार बनने का ख्याल आया, पर मैंने लेखन जारी रखा। 1962 में एक स्कूल
पत्रिका में बिजनेस राईवल्स नाम की मेरी पहली लघु कहानी प्रकाशित हुई। 1971
में मेरा पहला उपन्यास द कार्पेट पीपल प्रकाशित हुआ। मेरा उपन्यास, द कलर
ऑफ मैजिक 1983 में प्रकाशित हुआ, जिसके बाद मैंने औसतन एक साल में दो
किताबें लिखनी शुरू कर दीं। 1996 तक मैं बेस्ट सेलिंग लेखक बन चुका था।
मुझे बचपन से ही खगोलशास्त्र में बेहद रुचि थी, परंतु मैं गणित का कमजोर
विद्यार्थी था। मैं अंतरिक्ष के बारे में जानकारी देने वाले ब्रुक बॉण्ड
चाय कार्ड एकत्र करता था और किस्मत से मेरे पास एक टेलीस्कोप भी था। मैंने
अपनी अधिकांश जवानी टेलीस्कोप के साथ बिताई। मुझे मनुष्य जीवन हमेशा से इस
लिहाज से दिलचस्प लगा कि कैसे आश्चर्य से भरे इस ब्रह्मांड को मनुष्य ने
अपनी बोरियत से भर दिया। मुझे दस मानद डॉक्टरेट उपाधि से सम्मानित किया
गया। मेरा हमेशा से यह मानना रहा कि कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली है। भले
ही मैंने कई उपन्यास लिखे हैं, पर अच्छा लिखने के लिए आपको फंतासी साहित्य
नहीं पढ़ना चाहिए। यदि आप केवल फंतासी चीजें पढ़ेंगे, तो लिखेंगे भी वही,
जिसमें वही पुरानी बातें होंगी, बस कहने का तरीका नया होगा। लोगों को लगता
है कि प्रकाश की गति सबसे तेज है और वह हर जगह सबसे पहले पहुंच सकता है। यह
गलत है, अंधेरा प्रकाश से भी तेज है। वह उस जगह प्रकाश की प्रतीक्षा कर रहा
होता है, जहां प्रकाश बाद में पहुंचता है।
-मशहूर ब्रिटिश साहित्यकार
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