बहरों को फरियाद सुनाना, अच्छा है पर कभी-कभी
अंधों को दर्पण दिखलाना, अच्छा है पर कभी-कभी
ऐसा न हो तेरी कोई उंगली गायब हो जाए
नेताओं से हाथ मिलाना, अच्छा है पर कभी-कभी
बीवी को बंदूक सिखाकर तुमने रिस्की काम किया
अपनी लुटिया आप डुबाना, अच्छा है पर कभी-कभी
हाथ देखकर पहलवान का, अपना सर फुड़वा बैठे
पामिस्ट्री में सच बतलाना, अच्छा है पर कभी-कभी
तुम रूहानी शेर पढ़ोगे, पब्लिक सब भाग जाएगी
भैंस के आगे बीन बजाना, अच्छा है पर कभी-कभी
घूंसे लात चले आपस में, संयोजक का सिर फूटा
कवियों को दारू पिलावाना, अच्छा है पर कभी-कभी
जितने चांदी के चम्मच थे, सबके सब गायब पाए
कवियों को मेहमान बनाना, अच्छा है पर कभी-कभी
पच्चीस डॉलर जुर्माने के पीक थूकने में खर्चे
वाशिंगटन में पान चबाना, अच्छा है पर कभी-कभी
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7 महीने पहले
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