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Hasya: हुल्लड़ मुरादाबादी की हास्य ग़ज़ल- चाँद औरों पर मरेगा

हास्य
                
                                                         
                            चाँद औरों पर मरेगा क्या करेगी चाँदनी
                                                                 
                            
प्यार में पंगा करेगा क्या करेगी चाँदनी

चाँद से हैं खूबसूरत भूख में दो रोटियाँ
कोई बच्चा जब मरेगा क्या करेगी चाँदनी

डिग्रियाँ हैं बैग में पर जेब में पैसे नहीं
नौजवाँ फ़ाँके करेगा क्या करेगी चाँदनी

जो बचा था खून वो तो सब सियासत पी गई
खुदकुशी खटमल करेगा क्या करेगी चाँदनी

दे रहे चालीस चैनल नंगई आकाश में
चाँद इसमें क्या करेगा क्या करेगी चाँदनी

साँड है पंचायती ये मत कहो नेता इसे
देश को पूरा चरेगा क्या करेगी चाँदनी

एक बुलबुल कर रही है आशिक़ी सय्याद से
शर्म से माली मरेगा क्या करेगी चाँदनी आगे पढ़ें

15 घंटे पहले

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