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इक़बाल अज़ीम का मज़ाहिया कलाम: बस हो चुका हुज़ूर ये पर्दे हटाइए 

इक़बाल अज़ीम का मज़ाहिया कलाम: बस हो चुका हुज़ूर ये पर्दे हटाइए
                
                                                         
                            बस हो चुका हुज़ूर ये पर्दे हटाइए 
                                                                 
                            
सब मुंतज़िर हैं सामने तशरीफ़ लाइए 

आवाज़ में तो आप की बे-शक ख़ुलूस है 
लेकिन ज़रा नक़ाब तो रुख़ से हटाइए 

हम मानते हैं आप बड़े ग़म-गुसार हैं 
लेकिन ये आस्तीन में क्या है दिखाइए  आगे पढ़ें

7 घंटे पहले

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😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
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