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Hindi Poetry: भगवत रावत की कविता- सफल आदमी

कविता
                
                                                         
                            सफल आदमी के चेहरे पर 
                                                                 
                            
उसकी उम्र की जगह लिखा होता है 
सफल आदमी 
वह नायक बनकर निकलता है अपने बचपन से 
और याद करता है उन्हें 
जो पड़े रह गए वहीं के वहीं 
कि एक वही निकल पाया ऊपर 
केवल अपने बलबूते पर 

वह अक्सर सोचता है उन चीज़ों के बारे में 
जिन्हें होना चाहिए था केवल उसके जीवन में 
वह उस दौड़ में कभी शामिल नहीं होता 
जहाँ पराजय का सुख होता है  आगे पढ़ें

2 वर्ष पहले

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