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देशभक्ति क्या है

                
                                                         
                            अगर अपनी मिट्टी से , खेतों से प्रेम करना देश प्रेम है
                                                                 
                            
तो अपनी भाषाओं को सम्मान देना देशभक्ति है
देशभक्ति के ओर भी ढंग है जिनसे हम परिचित नहीं
देश की हवाओं में जहर ना घोलना भी तो देशभक्ति है
तुम्हारे विचार किसी हृदय को शीतल करे तो देशभक्ति है
रिश्वत खाने वाले देश का तिरंगा ना छुए तो अच्छा है
हक की नीलामी करने वाले इसे ना छुए तो अच्छा है
तिरंगा चाहे शहीद की मां या विधवा के हाथों लहराना
और चाहे बेजुबान की जुबान पे गीत सा रोज आना
देश के युवाओं के सीने में इक उम्मीद बन धड़कना
किसी मजदूर के छलनी हाथों पर मरहम सा ठहरना
या शकंर भगवान की तरह सब नदियों का विष पीना
अनुसंधान में लगे किसी वैज्ञानिक का ख्वाब बनना
तिरंगा चाहे हर समस्या का खुद समाधान बनना
या जात पात की बेड़ियां तोड़ नया वर्तमान गढ़ना
या इस युग की हर द्रोपदी के हाथ की तलवार बनना
चेहरे की मुस्कान बनना, और जीने का आधार बनना
कभी कर्तव्य बनना, तो कभी सबका अधिकार बनना
वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना का निर्विघ्न प्रवाह होना
या हिमालय की चोटियों के मौन की पुकार होना
या किसी थके हारे के लिए गंगा किनारे आरती होना
या युद्ध क्षेत्र में उतरे हर अर्जुन रथ का सारथी होना
तिरंगा अपनी रूह की तरंगे हम पर लुटाना चाहता है
इन तरंगों के लिए दिल की खिड़की खोलना देशभक्ति है
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3 सप्ताह पहले

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