हर रात एक नई कहानी लिख जाती है
आसमान पर कुछ इबारतें दिख जाती हैं.
किसी को मखमली बिस्तर पर नहीं आती
तो किसी को सड़क पर नींद आ जाती है.
कोई तड़पता है एक पल मिलने के लिए
तो कोई साथ रहकर दूरियां हो जाती हैं.
दूर से बहुत खुशनसीब चेहरे जो दिखते
नदी के बीच भी प्यासी मीन रह जाती है .
जो खुद का चेहरा नहीं देखते हैं आईने में
नजरें उनकी कमियां तलाशती रह जाती हैं.
-दिनेश चौहान
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