जी लो इस पल में
कल की मत सोचो
मायूसी से इस पल को मत सींचो
ठोकर लगी पांव में
वहां दुबारा पांव न रखो
पल की खबर नहीं
सौ साल की मत सोचो
जो भी वक्त मिला है
ख़ुशी से जिओ
माना जिंदगी बुरी है
अच्छाई की तलाश करो
दूसरो को खुशी दे सको
ऐसा मिशाल बनो
अंधों कि जिन्दगी का
दीपक बनो
संघर्षों से टकराकर
अपना तुम इतिहास लिखो
क्षणक्षण की कीमत जानों
जीवन अनमोल है उत्सव की तरह जियो
उदासी, मायूसी से जीवन में ज़हर न घोलों
जी लो इस पल में_ _ _ _ _ _ _ _ _ _
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