'अल्वी' ये मो'जिज़ा है दिसम्बर की धूप का
सारे मकान शहर के धोए हुए से हैं
- मोहम्मद अल्वी
'सैफ़ी' मेरे उजले उजले कोट पर
मल गया कालक दिसम्बर देख ले
- मुनीर सैफ़ी
आगे पढ़ें
कमेंट
कमेंट X