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क़ाबिल अजमेरी: वो कब आएँ ख़ुदा जाने सितारो तुम तो सो जाओ

उर्दू अदब
                
                                                         
                            वो कब आएँ ख़ुदा जाने सितारो तुम तो सो जाओ 
                                                                 
                            
हुए हैं हम तो दीवाने सितारो तुम तो सो जाओ 

कहाँ तक मुझ से हमदर्दी कहाँ तक मेरी ग़म-ख़्वारी 
हज़ारों ग़म हैं अनजाने सितारो तुम तो सो जाओ 

गुज़र जाएगी ग़म की रात उम्मीदो तो जाग उट्ठो 
सँभल जाएँगे दीवाने सितारो तुम तो सो जाओ 

हमें रूदाद-ए-हस्ती रात भर में ख़त्म करनी है 
न छेड़ो और अफ़्साने सितारो तुम तो सो जाओ  आगे पढ़ें

3 वर्ष पहले

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