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आज का शब्द: वेष्टित और अज्ञेय की कविता 'चक्रांत शिला-16'

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हिंदी हैं हम शब्द-शृंखला में आज का शब्द है - वेष्टित जिसका अर्थ है घेरा हुआ; ढका हुआ। कवि अज्ञेय ने अपनी कविता में इस शब्द का प्रयोग किया है। 

मैं कवि हूँ
द्रष्टा, उन्मेष्टा,
संधाता,
अर्थवाह,
मैं कृतव्यय।

मैं सच लिखता हूँ :
लिख-लिख कर सब
झूठा करता जाता हूँ।

तू काव्य :
सदा-वेष्टित यथार्थ
चिर-तनित,
भारहीन, गुरु,
अव्यय।

तू छलता है
पर हर छल में
तू और विशद, अभ्रांत,
अनूठा होता जाता है। 

12 घंटे पहले

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