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राजेश जोशी की 2 चुनिंदा कविताएं- शासक होने की इच्छा और पृथ्वी का चक्कर, ज़रूर पढ़ें...

राजेश जोशी की 2 चुनिंदा कविताएं- शासक होने की इच्छा और पृथ्वी का चक्कर, ज़रूर पढ़ें...
                
                                                         
                            राजेश जोशी वर्तमान हिंदी कविता के उन महत्त्वपूर्ण हस्ताक्षरों में हैं, जिनसे समकालीन कविता की पहचान बनी है। 18 जुलाई, 1946 को मध्य प्रदेश के नरसिंहगढ़ में जन्मे राजेश जोशी 'एक दिन बोलेंगे पेड़', 'मिट्टी का चेहरा', 'नेपथ्य में हंसी' और 'दो पंक्तियों के बीच' और 'जिद' जैसे काव्य संग्रहों के अलावा मायकोवस्की की कविताओं का अनुवाद ‘पतलून पहना आदमी’ और भृतहरि की कविताओं का अनुवाद 'धरती का कल्पतरु' के लिए खासे चर्चित रहे हैं। साल 2002 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित राजेश जोशी मानवीय मूल्यों और अधिकारों के कवि हैं।
                                                                 
                            
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3 वर्ष पहले

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