घाट-घाट में घुट-घुट का अपमान पिया,
घाट-घाट में घुट-घुट अपमान सहा जिया।
परंतु दिल टूटा है आज मेरा तूने
जीवन यात्रा संघर्ष सवेरे कष्ट में
वास्तविक प्रवाहमय शाब्दिक तौर पर लड़ना बता दिया
भूखे धोखे के घाव अपमान मार्मिक से बचना का सलाह दे
स्वच्छता का पहरा से मुलाकात करा दिया
भर प्रभावपूर्ण सपने अपमान कर उसे सच कर
सदैव बुनना धागे में कविता की तरह
लय में प्रवाहमय प्रेरणादायक
बनाना हस्तलिखित सीखा दिया
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