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'बंदे मातरम्'  

                
                                                         
                            'बंदे मातरम्'   राष्ट्रीय गीत
                                                                 
                            
'चटर्जी बंकीम चन्द्र' रचित
हुए रचना के पूरे, १५० वर्ष
स्मरणोत्सव मना रहा भारतवर्ष।

संविधान सभा से हो स्वीकृत
सन् '५० में बना राष्ट्रीय गीत
राष्ट्रीय सम्मान,गौरव द्यौतक
देशप्रेम,  भावना का न्यौतक।

गीत होते   भावना संवाहक
उत्साही उत्प्रेरक,प्रेरणादायक
जो राष्ट्रवाद का अलख जगाये
वही राष्ट्रीय गीत का दर्जा पाये।

संस्कृत,बांग्ला भाषा रचित
राष्ट्रीय चेतना करता जागृत
आंनदमठ में,यह अंतर्निहित
सिखाता समर्पण,मातृभूमि हित।

मातृभूमि प्रतिक,समृद्धि,शक्ति
एकता,आत्मगौरव,अभिव्यक्ति
क्रांतिकारीयों का,गीत मनमोहन
त्वरित किया, राष्ट्रीय आंदोलन।

देश को दे, मातृवत  सम्मान
बनाया गया, यह स्तुति गान
बलिदानी भावना कर प्रज्ज्वलित
शहिदी जत्था किए संगठित।
-विजय बहादुर तिवारी
 
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एक महीने पहले

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