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शब्दों का सफर

                
                                                         
                            अकेला शब्द अधूरा अधूरा
                                                                 
                            
तन्हा तन्हा लगता है
शब्द मिलकर सफर करते अच्छे लगते हैं
कभी छोटा सा वाक्य का सफर
कभी बहुत अलग सुर ताल के इकठ्ठा हो
एक लम्बे लेख का सफर
कभी कुछ कठोर कुछ निर्मल कुछ कोमल
अलग अलग रस श्रृंगार से ओत-प्रोत
सब एकजुट हो कोई प्यारी सी रचना पर निकल पड़ते हैं
कभी कभी ऐसे शब्द मिलते हैं कि मिलकर मनगढ़ंत
कहानी के सफर तय कर लेते हैं
अलग अलग सफर ..….
पर हर एक सफर शिक्षाप्रद प्रेरणादायक रहस्यमय रोमांचक
बहुत शैलियों से भरपूर होता है
शब्दों का सफर
वाकई एक अनोखा सफर होता है
 -सरिता सिंह
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एक महीने पहले

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