पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहार
करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार
सब के बलकवा के दिहा, छठी मईया ममता-दुलार
पिया के सनईहा बनईहा, मईया दिहा सुख-सार
नारियल-केरवा घोउदवा, साजल नदिया किनार
सुनिहा अरज छठी मईया, बढ़े कुल-परिवार
घाट सजेवली मनोहर, मईया तोरा भगती अपार
लिहिएं अरग हे मईया, दिहीं आशीष हजार
पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहर
करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार
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