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Car Theft: हाई-टेक चोरों ने जाहिर की इन मॉडर्न कारों की कमजोंरियां, इस आसान तरीके से मिनटों में करते कार चोरी
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Fri, 07 Nov 2025 05:21 PM IST
सार
रिपोर्टों के मुताबिक चोर अब एक सस्ता और असरदार तरीका इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे वे कई मॉडर्न कारें मिनटों में चुरा ले जाते हैं।
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Car Theft
- फोटो : Freepik
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विस्तार
टोयोटा और उसकी लग्जरी ब्रांड लेक्सस दशकों से भरोसेमंद मानी जाती हैं। इसलिए नई कार खरीदनी हो या सेकंड-हैंड, दोनों बाजारों में इनकी मांग बड़ी है। इसी लोकप्रियता का नतीजा ये हुआ कि कुछ मॉडर्न टोयोटा और लेक्सस मॉडल चोरों की नजर में आ गए। खासकर उन इलाकों में जहां हाई-टेक चोरी के ये केस सामने आए हैं, जैसे कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूके। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक चोर अब एक सस्ता और असरदार तरीका इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे वे कई मॉडर्न कारें मिनटों में चुरा ले जाते हैं।
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CAN Invader और CANbus का इस्तेमाल
आज की कारों में बहुत से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम आपस में जुड़े रहते हैं। जैसे स्टीरियो, सीट कंट्रोल, लाइट्स और सबसे महत्वपूर्ण, इंजन कंट्रोल यूनिट (ECU)। ये सब एक नेटवर्क के जरिए जुड़ते हैं जिसे CANbus (कैनबस) कहते हैं। चोर सबसे पहले कार के इलेक्ट्रिकल वायरिंग तक भौतिक रूप से पहुंच बनाते हैं। आमतौर पर फेंडर लाइनर के नीचे वाले वायरिंग हिस्से से। कुछ चोर फेंडर लाइनर में छेद कर देते हैं या हेडलैंप/टेललाइट एरिया तक पहुंचते हैं। वहां वे CAN Invader (कैन इनवेडर) नाम का छोटा डिवाइस प्लग कर देते हैं।
एक बार डिवाइस जुड़ जाए तो चोर ECU में CAN injections (कैन इंजेक्शन) भेजते हैं। यानी नकली कोड जो ECU को यह झूठ बोला देता है कि वैध चाबी मौजूद है। इससे दरवाजे अनलॉक हो जाते हैं, इम्मोबिलाइजर डिसेबल हो जाता है और इंजन बिना रिमोट के स्टार्ट हो सकता है। और ये सारी घटनाएं बिना अलार्म बजाए हो जाती हैं। यह हमला काफी अलग है। यह की-रिले अटैक नहीं है, बल्कि कार की ही वायरिंग में किया जाने वाला फिजिकल अटैक है। इसलिए सिर्फ की-कोहौश (Faraday) बैग-युक्त रखने से यह रुकेगा नहीं।
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आज की कारों में बहुत से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम आपस में जुड़े रहते हैं। जैसे स्टीरियो, सीट कंट्रोल, लाइट्स और सबसे महत्वपूर्ण, इंजन कंट्रोल यूनिट (ECU)। ये सब एक नेटवर्क के जरिए जुड़ते हैं जिसे CANbus (कैनबस) कहते हैं। चोर सबसे पहले कार के इलेक्ट्रिकल वायरिंग तक भौतिक रूप से पहुंच बनाते हैं। आमतौर पर फेंडर लाइनर के नीचे वाले वायरिंग हिस्से से। कुछ चोर फेंडर लाइनर में छेद कर देते हैं या हेडलैंप/टेललाइट एरिया तक पहुंचते हैं। वहां वे CAN Invader (कैन इनवेडर) नाम का छोटा डिवाइस प्लग कर देते हैं।
एक बार डिवाइस जुड़ जाए तो चोर ECU में CAN injections (कैन इंजेक्शन) भेजते हैं। यानी नकली कोड जो ECU को यह झूठ बोला देता है कि वैध चाबी मौजूद है। इससे दरवाजे अनलॉक हो जाते हैं, इम्मोबिलाइजर डिसेबल हो जाता है और इंजन बिना रिमोट के स्टार्ट हो सकता है। और ये सारी घटनाएं बिना अलार्म बजाए हो जाती हैं। यह हमला काफी अलग है। यह की-रिले अटैक नहीं है, बल्कि कार की ही वायरिंग में किया जाने वाला फिजिकल अटैक है। इसलिए सिर्फ की-कोहौश (Faraday) बैग-युक्त रखने से यह रुकेगा नहीं।
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कौन से मॉडल और क्षेत्र ज्यादा लक्षित हैं
यह समस्या केवल टोयोटा या लेक्सस तक सीमित नहीं है। कई मॉडर्न ब्रांड इसी तरह के कैनबस-आधारित हमले के शिकार हो सकते हैं। फिर भी रिपोर्टों में कई केस टोयोटा और लेक्सस मॉडलों में ज्यादा दिखे हैं। इसलिए मालिकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
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यह समस्या केवल टोयोटा या लेक्सस तक सीमित नहीं है। कई मॉडर्न ब्रांड इसी तरह के कैनबस-आधारित हमले के शिकार हो सकते हैं। फिर भी रिपोर्टों में कई केस टोयोटा और लेक्सस मॉडलों में ज्यादा दिखे हैं। इसलिए मालिकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
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कार कैसे सुरक्षित रखें
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- वायरिंग तक भौतिक पहुँच रोकें: इस स्थिति में सबसे अहम सवाल यह उठता है कि अपनी कार को सुरक्षित कैसे रखा जाए। तो इसके लिए वायरिंग तक भौतिक पहुंच को रोकें। सबसे पहली और असरदार सुरक्षा यही है कि चोरों को व्हीलवेल/फेंडर के अंदर के वायर तक पहुंच न मिले। कुछ बाजारों में टोयोटा/लेक्सस ने ही व्हीलवेल-प्रोटेक्शन ऑफर करना शुरू किया है। इसे लगवाने पर वायरिंग तक पहुंच बनाना कठिन हो जाता है।
- CANbus गेटवे ब्लॉकर: तकनीकी समाधान भी मौजूद है। CANbus गेटवे ब्लॉकर नाम के डिवाइस हैं जो अनाधिकृत CAN संदेशों को ब्लॉक कर देते हैं। यह उपाय प्रभावी है पर महंगा होता है। आम तौर पर 500 डॉलर से ऊपर का खर्च आता है।
- लो-टेक उपाय भी रखें: स्टीयरिंग-व्हील लॉक, व्हील-लॉक्स जैसी साधारण चीजें चोरों के लिए समय और मेहनत बढ़ा देती हैं। अधिकतर चोर तेज चोरी करना चाहते हैं, इसलिए ये साधन काम आते हैं।
- पार्किंग का ध्यान रखें: गाड़ी रोशनी वाले, सीसीटीवी वाले या गार्डेड पार्किंग में रखें। रिमोट-ऑनली पार्किंग खतरनाक हो सकती है। फैमिली या ऑफिस गेटेड पार्किंग बेहतर है।
- अलार्म और सेंसर: मैग्नेटिक/वाइब्रेशन सेंसर, इंटेलिजेंट अलार्म और थर्ड-पार्टी ट्रैकर लगवाने से चोरी के बाद रिकवरी की संभावना बढ़ती है।
- सॉफ्टवेयर अपडेट और डीलर से संपर्क करें: निर्माता कभी-कभी सॉफ्टवेयर पैच/अपडेट जारी करते हैं। डीलर से चेक कर लें कि आपके मॉडल के लिए कोई सुरक्षा अपडेट है या नहीं।
- किफायती उपाय: VIN एनग्रेविंग, निजी-नंबर को छिपाना और रात में चाबियों को सुरक्षित स्थान पर रखना छोटी-छोटी पर पर असर डालते हैं।
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क्यों Faraday बैग काम नहीं करता
कई लोग की-रिले अटैक से बचने के लिए चाबियों को Faraday बैग में रखते हैं। यह ब्लूटूथ/रेडियो सिग्नल को रोकता है और रिले-अटैक से बचाता है। लेकिन कैनबस हैक कार के अंदर भौतिक प्लग-इन पर आधारित है, इसलिए की-रिले रोकना यहां असर नहीं करता। इसलिए बैग भरोसा दिलाता है पर पूर्ण सुरक्षा नहीं।
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सस्ता बनाम महंगा सुरक्षा विकल्प - कौन सा लें?
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- सबसे सस्ता और तुरंत असर दिखाने वाला उपाय: स्टीयरिंग-व्हील लॉक, अच्छी पार्किंग और अलार्म, साथ में ट्रैकर लगवाना।
- अधिक टिकाऊ सुरक्षा: व्हीलवेल प्रोटेक्शन + CANbus गेटवे ब्लॉकर (यदि उपलब्ध और किफायती लगे)।
- डीलर/अधिकृत सर्विस से पूछें - कई बार निर्माता-स्तरीय प्रोटेक्शन पैकेज दिखाए जाते हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सवाल 1. चोर मिनटों में मेरी टोयोटा कैसे उठा सकते हैं?
वे फेंडर/टेललाइट पहुंच से वायरिंग तक पहुंच बनाकर छोटे डिवाइस (CAN Invader) प्लग कर देते हैं। फिर ECU को धोखा देकर इंजन स्टार्ट कर लेते हैं।
सवाल 2. मैं अपनी कार को तुरंत कैसे सुरक्षित कर सकता/सकती हूं?
कम से कम- अच्छी रोशनी/सीसीटीवी वाली पार्किंग, स्टीयरिंग लॉक, अलार्म और जीपीएस ट्रैकर लगवाएं। मुमकिन हो तो व्हीलवेल-प्रोटेक्शन या CANbus ब्लॉकर लगवाने पर विचार करें।
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वे फेंडर/टेललाइट पहुंच से वायरिंग तक पहुंच बनाकर छोटे डिवाइस (CAN Invader) प्लग कर देते हैं। फिर ECU को धोखा देकर इंजन स्टार्ट कर लेते हैं।
सवाल 2. मैं अपनी कार को तुरंत कैसे सुरक्षित कर सकता/सकती हूं?
कम से कम- अच्छी रोशनी/सीसीटीवी वाली पार्किंग, स्टीयरिंग लॉक, अलार्म और जीपीएस ट्रैकर लगवाएं। मुमकिन हो तो व्हीलवेल-प्रोटेक्शन या CANbus ब्लॉकर लगवाने पर विचार करें।
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