Crude Oil: आपूर्ति बढ़ने की आशंका के बीच ओपेक+ देशों का बड़ा फैसला, अबू धाबी में वैश्विक तेल सम्मेलन शुरू
बदलते वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य के बीच सोमवार को अबू धाबी में अंतरराष्ट्रीय तेल सम्मेलन का आगाज हुआ। सम्मेलन से ठीक पहले ओपेक+ देशों और उनके सहयोगी राष्ट्रों ने 2026 की पहली तिमाही में प्रस्तावित तेल उत्पादन बढ़ोतरी को स्थगित करने का निर्णय लिया। यह कदम बाजार में बढ़ती आपूर्ति और संभावित मूल्य गिरावट की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
विस्तार
वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य के बीच अबू धाबी में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय तेल सम्मेलन की शुरुआत हुई। इससे कुछ घंटे पहले ही ओपेक+ देशों और उनके सहयोगियों ने 2026 की पहली तिमाही में प्रस्तावित उत्पादन बढ़ोतरी को रोकने का निर्णय लिया। यह फैसला वैश्विक तेल बाजार में संभावित आपूर्ति बढ़ने की चिंताओं को देखते हुए लिया गया है।
ये भी पढ़ें: मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट में दावा: भारतीय बाजार में सुधार के स्पष्ट संकेत, कॉरपोरेट आय बढ़ने की उम्मीद
रूसी तेल कंपनियों के प्रतिबंधों के बीच लिया गया यह फैसला
यह कदम ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका और ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ उसके यूक्रेन युद्ध को लेकर नए तेल प्रतिबंध लागू किए हैं। इन प्रतिबंधों में रूस की प्रमुख तेल कंपनियां रोजनेफ्ट और लुकोइल शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि लुकोइल इस वर्ष अबू धाबी अंतरराष्ट्रीय पेट्रोलियम प्रदर्शनी और सम्मेलन की प्रमुख प्रायोजक कंपनियों में से एक है, जिसका रेड एंड वाइट लोगो सम्मेलन स्थल पर प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया गया है।
ओपेक+ की बैठक रविवार को हुई और दिसंबर से शुरू होकर 1,37,000 बैरल अतिरिक्त तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया गया। हालांकि, संगठन ने स्पष्ट किया कि जनवरी, फरवरी और मार्च 2026 में प्रस्तावित अन्य समायोजन मौसमी कारणों के चलते फिलहाल रोक दिए जाएंगे।
ब्रेंट क्रूड का भाव 65 डॉलर प्रति बैरल पर बिका
बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड सोमवार को लगभग 65 डॉलर प्रति बैरल बिका। यह 2022 में रूस के यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद कोविड के बाद के उच्च स्तर 115 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से नीचे है। बाजार में बहुत अधिक उत्पादन होने की चिंताओं के कारण हाल के दिनों में यह 60 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया था।
ज्यादा उत्पादन से नुकासन होने की संभावना
रिस्टैड एनर्जी में भू-राजनीतिक विश्लेषण प्रमुख जॉर्ज लियोन ने कहा कि हां, ओपेक+ ने ढिलाई बरती है, लेकिन यह एक सोची-समझी चाल है। उन्होंने कहा कि रूसी उत्पादकों पर प्रतिबंधों ने आपूर्ति पूर्वानुमानों में अनिश्चितता की एक नई परत डाल दी है। समूह जानता है कि अभी ज्यादा उत्पादन करने से बाद में नुकसान हो सकता है। इस रोक से, ओपेक+ कीमतों की रक्षा कर रहा है, एकता का दावा कर रहा है, और यह देखने के लिए समय निकाल रहा है कि प्रतिबंधों का रूसी बैरल पर क्या असर होता है।
ट्रंप प्रशासन अमेरिका में तेल उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहा
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का प्रशासन अमेरिका में तेल उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहा है। आंतरिक सचिव और नॉर्थ डकोटा के पूर्व रिपब्लिकन गवर्नर डग बर्गम सोमवार को अबू धाबी तेल शिखर सम्मेलन में मौजूद थे। बर्गम ट्रम्प की राष्ट्रीय ऊर्जा प्रभुत्व परिषद के अध्यक्ष हैं। अमेरिका में एक गैलन गैसोलीन की औसत कीमत, जो देश का एक प्रमुख आर्थिक और राजनीतिक संकेतक है, सोमवार को 3.03 अमेरिकी डॉलर थी।
यूएई आने वाले वर्षों में तेल उत्पादन 50 लाख बैरल प्रतिदिन करने की योजना बना रहा
तेल सम्मेलन, जिसे एडीआईपीईसी के नाम से जाना जाता है, संयुक्त अरब अमीरात द्वारा 2023 में संयुक्त राष्ट्र सीओपी28 जलवायु वार्ता की मेजबानी के बाद आयोजित किया गया है। यह वार्ता लगभग 200 देशों की ओर से पृथ्वी का तापमान बढ़ाने वाले जीवाश्म ईंधन से दूर जाने के आह्वान के साथ समाप्त हुई। यह पहली बार था, जब सम्मेलन में यह महत्वपूर्ण प्रतिज्ञा की गई। लेकिन यूएई अभी भी आने वाले वर्षों में अपनी तेल उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 50 लाख बैरल प्रतिदिन करने की योजना बना रहा है, क्योंकि वह अपने देश में अधिक स्वच्छ ऊर्जा की तलाश कर रहा है।