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सरगुजा में कर्मचारियों का आंदोलन: कलेक्ट्रेट के सामने हड़ताल, 11 सूत्रीय मांगों पर हुए एकजुट; दी चेतावनी

अमर उजाला नेटवर्क, सरगुजा Published by: राहुल तिवारी Updated Mon, 29 Dec 2025 05:48 PM IST
सार

11 सूत्रीय मांगों को लेकर सरगुजा में कर्मचारी अधिकारियों ने कलमबंद हड़ताल करते हुए कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया। तीन दिवसीय आंदोलन में महंगाई भत्ता, वेतन विसंगति और अवकाश नगदीकरण सहित लंबित मांगों को लेकर सरकार से जल्द निर्णय की मांग की गई।
 

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Strike of employees and officers in Surguja regarding eleven point demands
प्रदर्शन करते कर्मचारी-अधिकारी - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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सरगुजा जिले में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर जिले के समस्त अधिकारी और कर्मचारियों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट शाखा के सामने स्थित धरनास्थल पर एकजुट होकर प्रदर्शन किया। यह कलमबंद हड़ताल फेडरेशन की 11 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आयोजित की गई, जिसमें महंगाई भत्ता बढ़ोतरी, वेतन विसंगति दूर करने, 30 दिन के अवकाश का नगदीकरण, अनुकंपा नियुक्ति में शिथिलीकरण सहित कई महत्वपूर्ण मांगें शामिल हैं, जो लंबे समय से शासन स्तर पर लंबित हैं।

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हड़ताल के तहत सभी अधिकारी कर्मचारियों ने निर्धारित अवधि के तीन दिवसीय अवकाश पर रहकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज कराया। आंदोलनकारियों का कहना है कि बार बार प्रतिनिधिमंडल स्तर पर चर्चा के बाद भी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया गया, जिसके कारण उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।
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धरना कार्यक्रम में जिला संयोजक कमलेश सोनी, राजपत्रित अधिकारी संघ के डॉ सीके मिश्रा, लिपिक संघ के दुर्गेश सिन्हा, लिपिक वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अखिलेश सोनी, शिक्षक संघ के संभागीय अध्यक्ष संजय सिंह, पटवारी संघ के अध्यक्ष चौबे, वन अधिकारी कर्मचारी संघ के राजेश बरादे, पशु चिकित्सा सहायक क्षेत्र अधिकारी संघ के अनिल तिवारी, पेंशनर्स संगठन के अध्यक्ष हरिशंकर सिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के विजय यादव और स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन के सऊद अंसारी सहित तृतीय वर्ग कर्मचारी अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष नवीन केसरी उपस्थित रहे।

नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी तरह न्यायोचित हैं और सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

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