SAFALTA Talks : सेल्स और मार्केटिंग के आधुनिक तरीकों से कम समय में बड़ा मकाम हासिल कर रहीं कंपनियां : जयंत
अतिथि वक्ता : जयंत केलकर, संस्थापक, सेल्स फंडाज.कॉम


विस्तार
सफलता.कॉम के द्वारा सेल्स, मार्केटिंग और उद्यमिता विषय पर आयोजित किये गए मास्टर क्लास सेशन में सेल्स फंडाज के फाउंडर जयंत केलकर ने कहा कि 90 के दशक से लेकर अब तक सेल्स और मार्केटिंग में बहुत अंतर आ चुका है। पहले परंपरागत सीमित तरीकों से सेल्स और मार्केटिंग की जाती थी। अब डिजिटली मार्केटिंग प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा है। पहले आप ज्यादा खर्च में सीमित लोगों तक पहुंच पाते थे आज कम खर्च में ज्यादा लोगों तक पहुंच सकते हैं। गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम, इंफ्लुएंसर मार्केटिंग का जमाना चल रहा है। आपने किसी अभियान पर कुल कितना खर्च किया, उससे आपकी कितनी बिक्री हुई, आपका आरओआई क्या रहा ये आप रियल टाइम में चेक कर सकते हैं।
पहले इंटरव्यू में पहले से तैयारी करके जाएं युवा
पहला इंटरव्यू देने जा रहे छात्रों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे वो पहले ही कुछ सवालों के जवाब तय करके जाएं कि जब उनसे पूछा जाए कि अपने बारे में बताइये का जवाब अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में न बताकर अपनी प्रोफेशनल जर्नी पर बात करनी है, अपनी लर्निंग्स पर बात करनी है। आप पहले से ये समझ कर इंटरव्यू में जाएं कि कंपनी क्या काम करती है, आपका रोल क्या होगा। साथ ही बातचीत में पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी बात करें।
लगातार सीखने पर करें काम
उन्होंने कहा कि मैंने अपने 30 साल के कॅरिअर में पहले 15 साल बिना इंटरनेट और डिजिटल के पूरे किये हैं। लेकिन आज डिजिटल मार्केटिंग टूल्स आज के समय की जरूरत हैं इसलिए मैंने 4 शॉर्ट टर्म कोर्सेज किये हैं। ताकि आज की धारा में बह सकूं। इसके जरिये उन्होंने युवाओं को निरंतर सीखने पर काम करने के लिए प्रेरित किया।
पूरी रिसर्च करने के बाद ही उत्पाद लांच करें कंपनियां
अगर कोई कंपनी नया उत्पाद लेकर आ रही है तो उससे पहले ग्राहकों पर उसे पूरी रिसर्च कर लेनी चाहिए। ग्राहकों की जरूरत क्या है किस तरह का प्रोडक्ट वह लेकर आएं जिससे उनकी जरूरत पूरी की जा सके। साथ ही उत्पाद की जरूरत के साथ-साथ मार्केट रिसर्च भी जरूरी है। मार्केट रिसर्च में कंपनी को पता करना चाहिए कि उनका लक्षित ग्राहक वर्ग कहां उपस्थित है। जैसे अगर किसी कंपनी ने युवाओं के लिए कोई उत्पाद बनाया और उनका लक्षित ग्राहक वर्ग इंस्टाग्राम पर है तो कंपनी को इंस्टाग्राम केंद्रित सेल्स रणनीति बनाकर काम करना चाहिए।
ग्राहक केंद्रित सेल्स पर करें काम
साथ ही हर कंपनी को डेटा एनालिटिक्स टूल्स के जरिये अपने कंपनी के ट्रैफिक, क्लिक्स, कनवर्जन्स और रजिस्टर डेटा का लगातार शोधन करते रहना चाहिए। सेल्स पर्सन में योग्यताओं पर उन्होंने कहा कि ग्राहक को पूरी तरह समझें, उसकी जरूरत क्या है ये जानें, एग्रेसिव सेलिंग सेल्स का हिस्सा है पर हमेशा इसी पर काम न करें। ग्राहक केंद्रित सेल्स पर ध्यान लगाएं। ग्राहकों से बेहतर संवाद करें उनसे साथ अपने रिश्ते बनाएं। ताकि एक बार उत्पाद खरीदने वाले ग्राहकों को दोबारा सेल्स की जा सके।
उत्पाद में जमाने के हिसाब से बदलाव जरूरी
उन्होंने कहा कि हर कंपनी के उत्पादों में समय - समय पर बदलाव करते रहना चाहिए। जिससे वह नई पीढ़ी के अनुसार बने रहें। देश में एक समय कोडेक, बजाज स्कूटर, एम्बेस्डर कार, एचएमटी घड़ी, नोकिया जैसी कंपनियां टॉप पर थीं। अपने उत्पादों में बदलाव न कर पाने के कारण ये कंपनियां अब बाजार से गायब हो चुकी हैं। आज जो बाजार की चाल है वह बहुत तेज है। आज कोई कंपनी घड़ी 20 सालों के लिए नहीं बनाती। आज के जमाने में जो घड़ियां या मोबाइल बनते हैं, उन्हें ये सोचकर तैयार किया जाता है कि ग्राहक इसे 1 से 2 साल इस्तेमाल करेगा। यानी अब विकल्प बहुत हैं। हर कार के 8-10 अलग-अलग मॉडल हैं। हर घड़ी कंपनियों के पास हर वर्ग के लिए अच्छी खासी रेंज उपलब्ध है।
मार्केटिंग में हर अभियान उत्पाद केंद्रित न रखें
जयंत केलकर ने बताया कि मार्केटिंग के समय हमें हर प्रचार में सिर्फ उत्पाद को केंद्र में नहीं रखना चाहिए। जैसे एक टेलीकॉम कंपनी में रहते हुए उन्होंने रास्ते में फोन पर बात न करने के कैंपेन को चलाया जो सफल भी हुआ। कंपनी का कहना था कि हम आपको घर में, ऑफिस में बेहतर नेटवर्क देते हैं, ड्राइविंग करते समय फोन पर बात न करें, अपनों के लिए सुरक्षित रहें। इसके अलावा एक अन्य अभियान में उन्होंने ऑनलाइन लाइब्रेरी की सेल्स को 30 प्रतिशत तक सिर्फ डिजिटल माध्यम से सही लक्षित ग्राहक चुनकर बढ़ा दिया।
नौकरी करने वाले की बजाय नौकरी देने वाले बनें
उद्यमिता पर उन्होंने कहा कि देश में हर रोज नए - नए स्टार्टअप्स आ रहे हैं। अगर आप भी अपना बिजनेस या स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो पहले एक समस्या को ढूंढ़ें और उस पर काम करना शुरू करें। उस समस्या पर काम कर रही अन्य कंपनियों पर काम करें, समझें ऐसा क्या है जो इन कंपनियों के जरिये डिलीवर नहीं हो रहा। फिर मार्केट रिसर्च करें। अपना सोशल मीडिया एक्टिवेट करें, लांचिंग की घोषणा करें। इस तरह काम करें कि लंबे समय तक कंपनी और उसे उत्पादों को बाजार में बनाए रखा जा सके। आप स्टार्टअप के जरिये खुद को आय का साधन तैयार करेंगे ही आपके स्टार्टअप में काम करने वाले अन्य लोगों को भी स्टार्टअप के जरिये रोजगार मिलेगा।