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Report: बीटेक के बाद 54 फीसदी बेटियों को मिली नौकरी, बेटे पिछड़े; छह साल में रोजगार क्षमता में 16% बढ़ोतरी
सीमा शर्मा, अमर उजाला नेटवर्क
Published by: लव गौर
Updated Wed, 12 Nov 2025 07:04 AM IST
सार
भारत कौशल रिपोर्ट के अनुसार छह साल में रोजगार क्षमता में 16 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2025 में रोजगार क्षमता 56.35 फीसदी तक पहुंच गई है। यानी इतने युवाओं को कैंपस प्लेसमेंट में नौकरी मिली है।
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भारत कौशल रिपोर्ट : छह साल में रोजगार क्षमता में 16 फीसदी तक बढ़ोतरी
- फोटो : freepik
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विस्तार
भारत की बेटियां पढ़ाई ही नहीं नौकरी पाने में भी लड़कों से आगे हैं। बीटेक के बाद साल 2025 में 54 फीसदी बेटियों तो 51 फीसदी लड़कों को नौकरी मिली है। पिछले छह साल में स्नातक इंजीनियर की रोजगार क्षमता में 16 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2025 में रोजगार क्षमता 56.35 फीसदी तक पहुंच गई है। यानी इतने युवाओं को कैंपस प्लेसमेंट में नौकरी मिली है।
भारत में 90 फीसदी कर्मी जनरेटिव एआई का प्रयोग करते हैं। खास बात यह है कि कामकाजी पुरुषों का पसंदीदा राज्य उत्तर प्रदेश तो महिलाओं के लिए राजस्थान है। वहीं, एमबीए, बीटेक, एमसीए रोजगार देने वाले टॉप पाठयक्रम में हैं। यह खुलासा भारत कौशल रिपोर्ट (आईएसआर) 2026 में हुआ है। भारत कौशल रिपोर्ट के मुख्य संयोजक निर्मल सिंह ने बताया, वर्ष 2020 में रोजगार क्षमता 46.21 फीसदी थी, जोकि अब 56.35 फीसदी तक पहुंच गई है। भारत की कार्यबल क्रांति गिग अर्थव्यवस्था, एआई और कौशल-संचालित विकास से संभव हुई है।
सीएसई, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स व मैकेनिकल की मांग शीर्ष पर
बीटेक-बीई में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई), इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी), इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की मांग सर्वाधिक है। सीएसई में सबसे अधिक 80 फीसदी, आईटी में 78 फीसदी, इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में 77 फीसदी, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में 75 फीसदी तो मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 63 फीसदी युवाओं को रोजगार मिला है।
एमबीए, बीटेक, एमसीए आज भी टॉप डिमांड पर
वर्ष 2020 से लेकर अब तक एमबीए, बीटेक और एमसीए प्लेसमेंट में टॉप डिमांड पर है। एमबीए के बाद 72.76 फीसदी, बीटेक या बीई के बाद 70.15 फीसदी तो एमसीए के बाद 68.25 फीसदी युवाओं को रोजगार मिला है। इसके अलावा बीकॉम में 62.81 फीसदी, बीएससी में 61 फीसदी, बीफॉर्मा में 58 फीसदी, बैचलर ऑफ ऑर्ट में 55.55 फीसदी, आईटीआई में 45.95 फीसदी तो पॉलिटेक्निक में रोजगार मिलने का आंकड़ा 31.92 फीसदी है। सबसे अधिक भर्तियां प्रौद्योगिकी, बीएफएसआई, विनिर्माण, नवीनीकरण उर्जा व स्वास्थ्स सेवा में हैं। जबकि एआई, एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सुरक्षा शीर्ष कौशल क्षेत्र हैं।
यूपी सबसे अधिक रोजगार क्षमता वाला राज्य, दूसरे पर महाराष्ट्र
छह साल से उत्तर प्रदेश उच्चतम यानी सबसे अधिक रोजगार क्षमता वाला राज्य बना हुआ है। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र, तीसरे पर कनार्टक है। इसके बाद केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर का नाम है। उधर, कामकाजी पुरुषों के 10 पसंदीदा राज्यों में भी यूपी शीर्ष पर है। यानी युवा नौकरी के लिए यूपी को पंसद करते हैं। इसके बाद एमपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल, तेलंगाना, बिहार व तमिलनाडु हैं। जबकि कामकाजी महिलाओं के लिए राजस्थान पसंद का राज्य है। इसके बाद केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, यूपी व कर्नाटक हैं।
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भारत में 90 फीसदी कर्मी जनरेटिव एआई का प्रयोग करते हैं। खास बात यह है कि कामकाजी पुरुषों का पसंदीदा राज्य उत्तर प्रदेश तो महिलाओं के लिए राजस्थान है। वहीं, एमबीए, बीटेक, एमसीए रोजगार देने वाले टॉप पाठयक्रम में हैं। यह खुलासा भारत कौशल रिपोर्ट (आईएसआर) 2026 में हुआ है। भारत कौशल रिपोर्ट के मुख्य संयोजक निर्मल सिंह ने बताया, वर्ष 2020 में रोजगार क्षमता 46.21 फीसदी थी, जोकि अब 56.35 फीसदी तक पहुंच गई है। भारत की कार्यबल क्रांति गिग अर्थव्यवस्था, एआई और कौशल-संचालित विकास से संभव हुई है।
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सीएसई, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स व मैकेनिकल की मांग शीर्ष पर
बीटेक-बीई में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई), इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी), इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की मांग सर्वाधिक है। सीएसई में सबसे अधिक 80 फीसदी, आईटी में 78 फीसदी, इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में 77 फीसदी, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में 75 फीसदी तो मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 63 फीसदी युवाओं को रोजगार मिला है।
एमबीए, बीटेक, एमसीए आज भी टॉप डिमांड पर
वर्ष 2020 से लेकर अब तक एमबीए, बीटेक और एमसीए प्लेसमेंट में टॉप डिमांड पर है। एमबीए के बाद 72.76 फीसदी, बीटेक या बीई के बाद 70.15 फीसदी तो एमसीए के बाद 68.25 फीसदी युवाओं को रोजगार मिला है। इसके अलावा बीकॉम में 62.81 फीसदी, बीएससी में 61 फीसदी, बीफॉर्मा में 58 फीसदी, बैचलर ऑफ ऑर्ट में 55.55 फीसदी, आईटीआई में 45.95 फीसदी तो पॉलिटेक्निक में रोजगार मिलने का आंकड़ा 31.92 फीसदी है। सबसे अधिक भर्तियां प्रौद्योगिकी, बीएफएसआई, विनिर्माण, नवीनीकरण उर्जा व स्वास्थ्स सेवा में हैं। जबकि एआई, एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सुरक्षा शीर्ष कौशल क्षेत्र हैं।
यूपी सबसे अधिक रोजगार क्षमता वाला राज्य, दूसरे पर महाराष्ट्र
छह साल से उत्तर प्रदेश उच्चतम यानी सबसे अधिक रोजगार क्षमता वाला राज्य बना हुआ है। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र, तीसरे पर कनार्टक है। इसके बाद केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर का नाम है। उधर, कामकाजी पुरुषों के 10 पसंदीदा राज्यों में भी यूपी शीर्ष पर है। यानी युवा नौकरी के लिए यूपी को पंसद करते हैं। इसके बाद एमपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल, तेलंगाना, बिहार व तमिलनाडु हैं। जबकि कामकाजी महिलाओं के लिए राजस्थान पसंद का राज्य है। इसके बाद केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, यूपी व कर्नाटक हैं।