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Rail Line: असम से भूटान तक पहली रेल लाइन के लिए डीपीआर पूरा, 3,500 करोड़ रुपए होंगे खर्च
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गुवाहाटी
Published by: एन अर्जुन
Updated Sat, 01 Mar 2025 10:18 PM IST
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सार
Rail Line: प्रस्तावित रेलवे लाइन के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण पहले ही पूरा हो चुका है, अब डीपीआर की मंजूरी का इंतजार है। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित 69.04 किमी लंबी रेलवे लाइन असम के कोकराझार स्टेशन को भूटान के गेलेफू से जोड़ेगी, जिसकी अनुमानित लागत 3,500 करोड़ रुपए है।

असम भूटान रेल लाइन
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
पड़ोसी मुल्क भूटान बहुत जल्द भारत के साथ रेलवे लिंक से जुड़ने वाला है। असम के कोकराझार से गेलेफू तक ट्रैक बिछाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पूरी हो गई है। यह जानकारी शनिवार को एक नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने दी।
शर्मा ने बताया कि प्रस्तावित रेलवे लाइन के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण पहले ही पूरा हो चुका है, अब डीपीआर की मंजूरी का इंतजार है। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित 69.04 किमी लंबी रेलवे लाइन असम के कोकराझार स्टेशन को भूटान के गेलेफू से जोड़ेगी, जिसकी अनुमानित लागत 3,500 करोड़ रुपए है।
छह स्टेशन, 65 छोटे पुल
इस परियोजना में छह स्टेशन होंगे, जिनमें बालाजन, गरुभासा, रुनिखाता, शांतिपुर, दादगिरी और गेलेफू शामिल है। इन्फ्रास्ट्रक्चर योजना में दो महत्वपूर्ण पुल, 29 प्रमुख पुल, 65 छोटे पुल, एक रोड ओवर-ब्रिज, 39 रोड अंडर-ब्रिज और 11 मीटर लंबाई के दो विद्युतीय पुल शामिल हैं। उन्होंने कहा, अंतिम स्थान सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। अब डीपीआर को आगे की मंजूरी और आवश्यक निर्देशों के लिए प्रस्तुत किया गया है।
उन्होंने कहा, प्रस्तावित रेलवे लाइन भारत-भूटान संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करेगी, जिससे व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ेगा। यह कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगा, भूटान को अपनी पहली रेलवे लिंक प्रदान करेगा, जिससे निर्बाध परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी। यह रेलवे लाइन बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन को व्यापार और पारगमन केंद्र के रूप में स्थापित करेगी, जिससे स्थानीय व्यवसायों और समुदायों को लाभ होगा।
शर्मा ने कहा, प्रस्तावित रेलवे लाइन प्रधानमंत्री की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' 'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' के अनुरूप है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 25 फरवरी 2025 को गुवाहाटी में एडवांटेज असम 2.0 निवेश और बुनियादी ढ़ाचा शिखर सम्मेलन के दौरान इस परियोजना की घोषणा की।

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शर्मा ने बताया कि प्रस्तावित रेलवे लाइन के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण पहले ही पूरा हो चुका है, अब डीपीआर की मंजूरी का इंतजार है। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित 69.04 किमी लंबी रेलवे लाइन असम के कोकराझार स्टेशन को भूटान के गेलेफू से जोड़ेगी, जिसकी अनुमानित लागत 3,500 करोड़ रुपए है।
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छह स्टेशन, 65 छोटे पुल
इस परियोजना में छह स्टेशन होंगे, जिनमें बालाजन, गरुभासा, रुनिखाता, शांतिपुर, दादगिरी और गेलेफू शामिल है। इन्फ्रास्ट्रक्चर योजना में दो महत्वपूर्ण पुल, 29 प्रमुख पुल, 65 छोटे पुल, एक रोड ओवर-ब्रिज, 39 रोड अंडर-ब्रिज और 11 मीटर लंबाई के दो विद्युतीय पुल शामिल हैं। उन्होंने कहा, अंतिम स्थान सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। अब डीपीआर को आगे की मंजूरी और आवश्यक निर्देशों के लिए प्रस्तुत किया गया है।
उन्होंने कहा, प्रस्तावित रेलवे लाइन भारत-भूटान संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करेगी, जिससे व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ेगा। यह कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगा, भूटान को अपनी पहली रेलवे लिंक प्रदान करेगा, जिससे निर्बाध परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी। यह रेलवे लाइन बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन को व्यापार और पारगमन केंद्र के रूप में स्थापित करेगी, जिससे स्थानीय व्यवसायों और समुदायों को लाभ होगा।
शर्मा ने कहा, प्रस्तावित रेलवे लाइन प्रधानमंत्री की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' 'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' के अनुरूप है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 25 फरवरी 2025 को गुवाहाटी में एडवांटेज असम 2.0 निवेश और बुनियादी ढ़ाचा शिखर सम्मेलन के दौरान इस परियोजना की घोषणा की।