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विशेषः कौन डाल रहा है बुजुर्ग फुटबॉल खिलाड़ियों की पेंशन पर 'डाका', कांस्य पदक विजेताओं ने उठाए सवाल
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सार
एशियन गेम्म 1970 में फुटबॉल का कांस्य मेडल जीतने वाली भारतीय फुटबाल टीम के खिलाड़ियों को भारत सरकार ऑनरेरी पेंशन देती है। पहले छह हजार रुपए मिलते थे, बाद में इसे सरकार ने 12,000 कर दिए। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उनकी पेंशन बीच के कई महीनों में केवल आधी आती है।

श्याम थापा और सैयद नईमुद्दीन (बांए से दाएं)
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
हमने देश ने एशियन गेम्म 1970 में फुटबॉल का कांस्य मेडल (थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक) जीता था। जापान को 1-0 से हराया था। मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को भारत सरकार ऑनरेरी पेंशन देती है। पहले छह हजार रुपए मिलते थे, बाद में इसे सरकार ने 12,000 कर दिए। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उनकी पेंशन बीच के कई महीनों में केवल आधी आती है। फिर वह आधी पेंशन दोबारा कभी नहीं आती। सवाल यह है कि वह आधी पेंशन कहां जा रही है। आखिर उस पर कौन 'डाका' डाल रहा है। ये सवाल उठाए हैं, 1970 एशियन गेम्स में फुटबॉल के कांस्य मेडल जीतने वाली टीम के कप्तान सैयद नईमुद्दीन और टीम के सदस्य श्याम थापा ने। अमर उजाला से खास बातचीत करते हुए दोनों ने कहा, ऐसा क्यों हो रहा है। हमारी सरकार से मांग है कि इसकी जांच कराई जाए और हमें जो बीच की पेंशन नहीं मिली है, हमें दिलाई जाए।
बैंक खाता अपडेट कराने पर हुआ खुलासा
बाईसाइकिल किक के नाम से मशहूर 76 वर्षीय फुटबॉल खिलाड़ी श्याम थापा ने कहा, मैंने जब अपना बैंक खाता अपडेट किया और देखा तो इसका पता चला। देखा कि बीच-बीच के कई महीने 12 हजार में से केवल 6 हजार रुपए खाते में आए हैं। लगा शायद गलती से हुआ होगा, लेकिन बाकी के छह हजार रुपए फिर कभी नहीं आए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, पिछले करीब तीन वर्षों से हो रहा है। पहले भी हुआ होगा। हमको पता नहीं है। उन्होंने बताया कि यह ऑनरेरी पेंशन एलआईसी के माध्यम से उनके खातों में आती है।
हम चाहते हैं मामले की जांच हो- नईमुद्दीन
अर्जुन अवॉर्डी और द्रोणाचार्य सम्मान से नवाजे गए भारतीय फुटबॉल के टीम के पू्र्व कप्तान करीब 80 वर्षीय सैयद नईमुद्दीन और साथ खिलाड़ी श्याम थापा ने कहा, यह क्या हो रहा है। समझ से परे है। हम चाहते हैं कि इस मामले की सरकार जांच करे, कहां गड़बड़ी हो रही है, उसका पता करे। यह खिलाड़ियों का मान और सम्मान की बात है। उन्होंने कहा, जो मिल रहा है, उसमें से भी बीच-बीच में आधी पेंशन आ रही है। यह बहुत मायूस करने वाला है। जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। साथ ही कहते हैं, जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है 12 हजार पेंशन से क्या होता है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
मुझे इसकी जानकारी नहीं- कल्याण चौबे
इस बारे में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, इस बारे में उनको कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, मेडल लाने वाले फुटबॉल खिलाड़ियों को कौन पेंशन देता है, उनको इस बारे में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।

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बैंक खाता अपडेट कराने पर हुआ खुलासा
बाईसाइकिल किक के नाम से मशहूर 76 वर्षीय फुटबॉल खिलाड़ी श्याम थापा ने कहा, मैंने जब अपना बैंक खाता अपडेट किया और देखा तो इसका पता चला। देखा कि बीच-बीच के कई महीने 12 हजार में से केवल 6 हजार रुपए खाते में आए हैं। लगा शायद गलती से हुआ होगा, लेकिन बाकी के छह हजार रुपए फिर कभी नहीं आए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, पिछले करीब तीन वर्षों से हो रहा है। पहले भी हुआ होगा। हमको पता नहीं है। उन्होंने बताया कि यह ऑनरेरी पेंशन एलआईसी के माध्यम से उनके खातों में आती है।
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हम चाहते हैं मामले की जांच हो- नईमुद्दीन
अर्जुन अवॉर्डी और द्रोणाचार्य सम्मान से नवाजे गए भारतीय फुटबॉल के टीम के पू्र्व कप्तान करीब 80 वर्षीय सैयद नईमुद्दीन और साथ खिलाड़ी श्याम थापा ने कहा, यह क्या हो रहा है। समझ से परे है। हम चाहते हैं कि इस मामले की सरकार जांच करे, कहां गड़बड़ी हो रही है, उसका पता करे। यह खिलाड़ियों का मान और सम्मान की बात है। उन्होंने कहा, जो मिल रहा है, उसमें से भी बीच-बीच में आधी पेंशन आ रही है। यह बहुत मायूस करने वाला है। जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। साथ ही कहते हैं, जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है 12 हजार पेंशन से क्या होता है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
मुझे इसकी जानकारी नहीं- कल्याण चौबे
इस बारे में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, इस बारे में उनको कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, मेडल लाने वाले फुटबॉल खिलाड़ियों को कौन पेंशन देता है, उनको इस बारे में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।