Jaishankar: जयशंकर ने चीन-पाक को दिया सख्त संदेश, कहा- कोरोना के बावजूद हमारी जवाबी प्रतिक्रिया मजबूत और दृढ़
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर 1947 में देश का विभाजन नहीं हुआ होता तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश होता। तब चीन हमेशा पीछे होता।
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बार फिर चीन पर निशाना साधा। उन्होंने दो टूक कहा कि चीन उत्तरी सीमाओं पर बड़े पैमाने पर बलों को लाकर हमारी सीमाओं का उल्लंघन कर रहा है। वह यथास्थिति को बदलने का प्रयास कर रहा है। कोरोना के बावजूद हमारी जवाबी प्रतिक्रिया मजबूत और दृढ़ थी। हजारों की संख्या में तैनात हमारे सैनिकों ने दुर्गम इलाकों में हमारी सीमाओं की रक्षा की और वे आज भी पूरी तत्परता के साथ सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं।
#WATCH | "...On the northern borders, China is today seeking to change the status quo by bringing large forces in violation of our agreements. Despite COVID, in May 2020, our counter-response was strong & firm...," said EAM Dr S Jaishankar at an event in Chennai, Tamil Nadu y'day pic.twitter.com/iaJvZGoCfR
— ANI (@ANI) January 15, 2023
विदेश मंत्री ने शनिवार शाम चेन्नई में एक तमिल साप्ताहिक की 53वीं वर्षगांठ को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद और चीन के साथ सीमा पार आक्रामक झड़पों पर भारत की जवाबी प्रतिक्रिया ने दिखाया है कि देश किसी के दबाव में नहीं आएगा। देश अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कदम उठायेगा। पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में वायु सेना के बालाकोट हवाई हमलों ने बहुत जरूरी संदेश दिया गया था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर 1947 में देश का विभाजन नहीं हुआ होता तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश होता। तब चीन हमेशा पीछे होता। आपको आश्चर्य हो सकता है कि विदेश मंत्री इन सब के बारे में क्यों बात कर रहे हैं। मेरी विदेश यात्रा के दौरान मैंने कई विकसित देशों को दिए गए हमारे कोरोना टीकों और हमारे प्रौद्योगिकी-सक्षम शासन के बारे में प्रशंसा सुनी है।