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International Men's Day: पुरुष आयोग NGO ने किया सफल आयोजन, मानसिक सेहत पर फोकस; विशेषज्ञों ने दिए सुझाव
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: राहुल कुमार
Updated Thu, 20 Nov 2025 06:56 PM IST
सार
अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस पर पुरुष आयोग एनजीओ ने मेंटल हेल्थ अवेयरनेस समिट आयोजित की। विशेषज्ञों ने पुरुषों में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों पर गंभीर चर्चा की। इस दौरान बताया गया कि पुरुषों की मानसिक जरूरतों को समझना समाज की जिम्मेदारी है।
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पुरुष आयोग एनजीओ ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में मेंटल हेल्थ अवेयरनेस समिट का सफल आयोजन किया।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस के अवसर पर पुरुष आयोग एनजीओ ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में मेंटल हेल्थ अवेयरनेस समिट का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज का ध्यान पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य की ओर आकर्षित करना था। एक ऐसा विषय जिसे अक्सर उपेक्षित कर दिया जाता है, जबकि दबाव, अपेक्षाओं और ज़िम्मेदारियों के बीच पुरुष भी गंभीर मानसिक चुनौतियों से गुजरते हैं।
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समिट में देश के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ डॉ. ध्रुव चौहान, डॉ. ममता सूद, प्रोफेसर मनोचिकित्सा विभाग एम्स, डॉ. निशा खन्ना, मनोवैज्ञानिक, मैरिज व फैमिली काउंसलर, बर्खा त्रेहान-अध्यक्ष, पुरुष आयोग एनजीओ शामिल हुए।
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सभी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि मानसिक स्वास्थ्य को शर्म, डर या सामाजिक टैबू से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं पुरुषों में भी उतनी ही गंभीर हैं, और समय रहते मदद लेना बेहद आवश्यक है।
कार्यक्रम में बोलते हुए बर्खा त्रेहान ने कहा, मर्द को दर्द होता है, लेकिन उसे व्यक्त करने के लिए कोई मंच नहीं है। पुरुष लगातार रेड फ्लैग्स को अनदेखा करते जाते हैं, और भारी दबाव के कारण पति आत्महत्या के मामले पत्नियों की तुलना में तीन गुना अधिक हैं।
उन्होंने पुरुषों से अपील की कि वे अपनी भावनाओं को दबाएं नहीं, Speak Up, Man! समिट का समापन इस संदेश के साथ हुआ कि पुरुषों की मानसिक स्वास्थ्य ज़रूरतों को स्वीकारना और समर्थन देना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
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