ISIS terrorists: रोबोट से आतंकी हमलों की साजिश, आईएसआईएस कर रहा मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की भर्ती
निरंतर एक्सेस के लिए सब्सक्राइब करें
अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं
अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ सब्सक्राइब्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं
 
 
                            विस्तार
दुनिया के खूंखार आतंकी संगठन 'आईएसआईएस', अपने गुर्गों के जरिए भारत में रोबोट के जरिए आतंकी हमले कराने की साजिश रच रहा है। इसके लिए बाकायदा आईएसआईएस ने भारत में मौजूद अपने कई सदस्यों को 'रोबोटिक्स पाठ्यक्रम' का कोर्स करने के लिए कहा था। आतंकी संगठन का मकसद है कि आने वाले समय में बड़े हमलों के लिए रोबोट तैयार किए जाएं। रोबोट के माध्यम से भीड़ भरे स्थानों, बहुमंजिला इमारतों, सैन्य प्रतिष्ठानों और सड़क पर चल रहे वाहनों को निशाना बनाया जा सकता है। जम्मू कश्मीर और उत्तर पूर्व जैसे इलाकों में, जहां पर सैन्य बलों के लंबे काफिले चलते हैं, वहां पर आतंकी रोबोट खतरनाक साबित हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Jammu Kashmir: इस चेतावनी पर ध्यान दें अमरनाथ यात्री, गाड़ी के नीचे जरूर देख लें कि कहीं कुछ चिपका तो नहीं है!
परीक्षण आईईडी विस्फोट के बाद पकड़े गए आतंकी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के आईएसआईएस साजिश मामले में नौ लोगों के खिलाफ अपना पहला पूरक आरोप पत्र दायर किया है। इसमें खुलासा हुआ है कि आईएसआईएस, आतंकी संगठन अब हमलों के लिए रोबोट की मदद ले सकता है। इस मामले में शामिल आरोपियों ने इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) की साजिश के तहत लोगों के बीच आतंक फैलाने और डराने के लिए कई स्थानों पर हमले और आगजनी करने की योजना बनाई थी। इसके लिए आतंकियों ने विभिन्न जगहों की रेकी की थी। संपत्तियों और वाहनों में आगजनी करने के अलावा शिवमोग्गा में सितंबर 2022 के दौरान एक परीक्षण आईईडी विस्फोट भी किया था। इनका मकसद, आतंक और हिंसा के जरिए भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ना था।
ये हैं वे आरोप, जिन्हें मिला था 'रोबोट' का टास्क
आरोपियों में मोहम्मद शारिक (25), माज मुनीर अहमद (23), सैयद यासीन (22), रीशान थाजुद्दीन शेख (22), हुजैर फरहान बेग (22), माजिन अब्दुल रहमान (22), नदीम अहमद के ए (22), जबीउल्ला (32) और नदीम फैजल एन (27) शामिल हैं। ये सभी कर्नाटक के रहने वाले हैं। इन सभी पर यूए(पी) एक्ट 1967, आईपीसी और केएस प्रिवेंशन ऑफ डिस्ट्रक्शन एंड लॉस ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट, 1981 के तहत आरोप लगाए गए थे। माज मुनीर अहमद और सैयद यासीन पर पहले भी इस साल मार्च में आरोपपत्र दाखिल किया गया था। अब उन पर अन्य अपराधों का आरोप लगाया गया है। नौ आरोपियों में से माज मुनीर अहमद, सैयद यासीन, रीशान थाजुद्दीन शेख, माजिन अब्दुल रहमान और नदीम अहमद केए ने मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्हें भारत के लिए आईएस के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए भविष्य में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए विशेष कौशल हासिल करने का टास्क दिया गया। विदेश स्थित आईएसआईएस हैंडलर ने इन्हें रोबोटिक्स पाठ्यक्रम करने के लिए कहा था।
