Maharashtra: कोल्हापुर कैंसर सेंटर और अमेरिकी सेंटर में समझौता; नवी मुंबई में बेकाबू बस की टक्कर से छह घायल

मुंबई के धारावी में कुछ दिन पहले हुई गोलीबारी की घटना के मामले में पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया है। इस गोलीबारी में एक 32 वर्षीय महिला घायल हो गई थी। शाहूनगर पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि घटना रविवार रात 90 फीट रोड पर उस समय हुई जब पीड़िता कुछ खरीदारी कर रही थी। अधिकारी ने बताया कि मामले में अजहर शेख उर्फ अज्जू को गिरफ्तार किया गया है, जिसके खिलाफ हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अधिकारी ने बताया कि शेख को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

अलमट्टी बांध को लेकर CM फडणवीस ने जल शक्ति मंत्री को लिखा पत्र
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार अलमट्टी बांध की ऊंचाई बढ़ाने की योजना बना रही है, जो महाराष्ट्र के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि अगर बांध की ऊंचाई बढ़ाई गई, तो इससे महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिलों में लोगों की जान-माल को खतरा हो सकता है। मुख्यमंत्री ने मंत्री से कहा कि वे कर्नाटक सरकार से बात कर योजना के बारे में दोबारा विचार करने के लिए कहें। उन्होंने कहा कि अगर आप इस मामले में दखल देंगे, तो इससे इन जिलों के लोगों को बहुत राहत मिलेगी। यह कदम महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों राज्यों के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि दोनों ही कृष्णा नदी पर निर्भर हैं।
कोल्हापुर कैंसर सेंटर और अमेरिकी कैंसर सेंटर में समझौता
नवी मुंबई में बेकाबू बस ने पैदल चल रहे लोगों को टक्कर मारी, छह घायल
मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रमुख नेता मनोज जरांगे ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि महादेव मुंडे के हत्यारों को एक हफ्ते के भीतर गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे। बीड़ जिले में महादेव मुंडे की पत्नी ज्ञानेश्वरी मुंडे से मुलाकात के बाद उन्होंने यह बयान दिया। उन्होंने यह भी कहा कि राकांपा नेता और परली से विधायक धनंजय मुंडे को मंत्री पद के लिए घूमने के बजाय पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में मदद करनी चाहिए।
महादेव मुंडे परली के रहने वाले थे। उनका अपहरण नौ अक्तूबर 2023 को हुआ था और तीन दिन बाद उनकी लाश मिली थी। इस मामले की जांच स्थानीय अपराध शाखा कर रही है। जरांगे ने कहा, हम महादेव मुंडे के परिवार के साथ हैं। हम उन्हें न्याय दिलाकर रहेंगे। ज्ञानेश्वरी मुंडे ने जिन लोगों के नाम लिए हैं, उन्हें एक हफ्ते में गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो बीड़ जिले में अनिश्चितकालीन बंद होगा। वहीं, ज्ञानेश्वरी मुंडे ने कहा कि वह पिछले 21 महीनों से न्याय की मांग कर रही हैं और इसी तनाव में उन्होंने जहर भी खा लिया था। उन्होंने कहा, मैंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है। उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस मामले में मनोज जरांगे मेरे साथ खड़े हैं।
पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी को धमकी भरे ईमेल भेजने और 10 करोड़ रुपये मांगने के आरोप में शुक्रवार तड़के कैरेबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो से मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंचे 35 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बिहार निवासी आरोपी मोहम्मद दिलशाद नावेद ने अप्रैल में ईमेल भेजे थे। 12 अक्टूबर 2024 को सिद्दीकी के पिता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या से संबंधित वीडियो देखकर दाऊद इब्राहिम गैंग के नाम पर जबरन वसूली मांगी थी। जबरन वसूली निरोधक प्रकोष्ठ की जांच में आईपी एड्रेस त्रिनिदाद और टोबैगो का निकला, जिसके बाद नावेद को गिरफ्तार किया गया। मुंबई पुलिस ने इंटरपोल के जरिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। नावेद भारत लौट रहा था तो इंटरपोल ने मुंबई पुलिस को सतर्क कर दिया। उसे छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) पर क्राइम ब्रांच की एक टीम ने हिरासत में ले लिया।
महाराष्ट्र की एक एनआईए कोर्ट ने मालेगांव विस्फोट मामले में बरी हुए समीर कुलकर्णी ने फैसले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, हमने तुरंत अदालत के प्रति आभार व्यक्त किया... हमने यह कानूनी लड़ाई बहुसंख्यक हिंदू समाज के आत्म-सम्मान के लिए लड़ी। उस समय की कांग्रेस सरकार ने 2009 के राज्य चुनावों के लिए मुस्लिम तुष्टिकरण की यह घिनौनी साजिश रची थी। लेकिन वे न तो मालेगांव के निर्दोष पीड़ितों की जान बचा सके और न ही सच्चाई को उजागर कर सके।
उन्होंने आगे कहा, इस साजिश के पीछे मुख्य नाम थे- शरद पवार, दिग्विजय सिंह, सुनील कुमार शिंदे, शिवराज पाटिल, पी. चिदंबरम, जयंत पाटिल, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, शकील अहमद, अहमद पटेल... अगर हिंदू समाज ने समय पर अपने कर्तव्य को नहीं पहचाना होता और 2014 में देश की सरकार नहीं बदली होती, तो हम कभी जिंदा बाहर नहीं निकल पाते। इसलिए हम केंद्र और राज्य सरकारों का आभार प्रकट करते हैं। मैं हिंदू समाज से अपील करता हूं कि वे कभी कांग्रेस को वोट न दें, ताकि भविष्य में कोई और निर्दोष फंसाया न जाए।
समीर कुलकर्णी ने यह भी आरोप लगाया कि एटीएस और अन्य अफसरों पर दबाव बनाया गया, सबूतों को मिटाया गया या बदल दिया गया। कई एटीएस अधिकारी ऐसे थे जिन्हें पता भी नहीं था कि उनके बयान झूठे ढंग से उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दर्ज कर दिए गए थे। हमें फंसाने का मुख्य कारण यह था कि हम कांग्रेस सरकार के अवैध कार्यों का विरोध कर रहे थे।