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Congress: प्रियंका गांधी ने इस्राइल के प्रधानमंत्री को बताया बर्बर, बोलीं- पश्चिमी देश कर रहे उनका समर्थन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: बशु जैन
Updated Fri, 26 Jul 2024 03:36 PM IST
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सार
प्रियंका गांधी ने कहा कि सभ्यता और नागरिकता का दावा करने वाले इस्राइल की यह हरकतें स्वीकार नहीं की जानी चाहिए। बावजूद इसके इस्राइल के प्रधानमंत्री का अमेरिकी संसद में स्वागत किया जा रहा है। नेतन्याहू कहते हैं कि यह संघर्ष बर्बरता और सभ्यता के बीच है, यह ठीक भी है। मगर उनको यह मानना होगी कि वह और उनकी सरकार ही बर्बर है।

इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी।
- फोटो : पीटीआई/एएनआई
विस्तार
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सरकार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बर्बर करार दिया है। इस्राइल की ओर गाजा में किए जा रहे हमलों को प्रियंका ने नरसंहार की कार्रवाई बताया। प्रियंका ने कहा शर्मनाक है कि कई पश्चिमी देश इस्राइल की बर्बरता का समर्थन कर रहे हैं।
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दरअसल इस्राइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू का अमेरिकी संसद में जोरदार स्वागत किया गया था। उनके भाषण के दौरान दो बार लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं थीं। इस पर प्रियंका ने कहा कि अब गाजा में हो रहे नरसंहार में मारे जा रहे नागरिक, माता-पिता, डॉक्टर, नर्स, सहायता कर्मी, पत्रकार, शिक्षक, लेखक, कवि, वरिष्ठ नागरिकों और हजारों मासूम बच्चों के बारे में बोलना पर्याप्त नहीं है। हर सही सोच वाले व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह इस हिंसा और नरसंहार का खुलकर जवाब दे। साथ ही दुनिया की हर सरकार को इस्राइल सरकार के इस कदम की निंदा करनी चाहिए और इसे रोकने की पहल करनी चाहिए।
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प्रियंका गांधी ने कहा कि सभ्यता और नागरिकता का दावा करने वाले इस्राइल की यह हरकतें स्वीकार नहीं की जानी चाहिए। बावजूद इसके इस्राइल के प्रधानमंत्री का अमेरिकी संसद में स्वागत किया जा रहा है। नेतन्याहू कहते हैं कि यह संघर्ष बर्बरता और सभ्यता के बीच है, यह ठीक भी है। मगर उनको यह मानना होगी कि वह और उनकी सरकार ही बर्बर है। इसके अलावा शर्म की बात यह है कि इस्राइल की इस बर्बरता का पश्चिमी देश समर्थन कर रहे हैं। बताया जाता है कि कांग्रेस नेता गाजा में इस्राइल की कार्रवाई के खिलाफ पहले भी आवाज उठाती रही हैं और फलीस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करती रही हैं।
अमेरिकी संसद में ईरान को लेकर गरजे थे नेतन्याहू
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के संसद को संबोधित करते हुए इस्राइल के खिलाफ समूहों को फंडिंग और समर्थन देने के लिए ईरान की आलोचना की थी। नेतन्याहू ने ईरान को निशाने पर लेते हुए कहा था कि अपने शत्रुओं को हराने के लिए साहस की जरूरत होती है। हमें मालूम है कि ईरान इस्राइल के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को फंडिंग कर रहा है। ज्यादा नहीं, लेकिन ऐसे कुछ यहां भी हैं और हर राज्य में हैं। मेरे पास इन प्रदर्शनकारियों के लिए एक संदेश है। इन प्रदर्शनकारियों के लिए मेरा संदेश है- जब तेहरान के तानाशाह, जो समलैंगिकों को फांसी देते हैं और अपने बाल न ढकने के लिए महिलाओं की हत्या कर देते हैं, वह आपकी तारीफ करें, आपको फंड दें, तो मतलब है कि आप आधिकारिक तौर पर ईरान के काम आने वाले बेवकूफ बन चुके हैं।