PM Modi: 'मैं एक पशु प्रेमी से मिला था...', पीएम मोदी ने साझा किया मजेदार किस्सा; खिल-खिलाकर हंसने लगे लोग
विज्ञान भवन में ज्ञान भारतम पोर्टल लॉन्च के दौरान पीएम मोदी ने एक पशु प्रेमी से मुलाकात का मजेदार किस्सा साझा किया, जिससे सभागार में ठहाके गूंज उठे। पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि कई लोग गाय को पशु ही नहीं मानते। उनकी यह बात चर्चा का विषय बन गई।
विज्ञान भवन में ज्ञान भारतम पोर्टल लॉन्च के दौरान पीएम मोदी ने एक पशु प्रेमी से मुलाकात का मजेदार किस्सा साझा किया, जिससे सभागार में ठहाके गूंज उठे। पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि कई लोग गाय को पशु ही नहीं मानते। उनकी यह बात चर्चा का विषय बन गई।

विस्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में पांडुलिपि धरोहर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में ज्ञान भारतम पोर्टल की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने ज्ञान भारतम मिशन के तहत भारत की प्राचीन पांडुलिपियों से संबंधित कई अहम बातें कही। हालांकि इस दौरान जब उन्होंने अपनी एक पशु प्रेमी से मुलाकात को लेकर किस्सा साझा किया तो वहां उपस्थित सभी लोग खिल-खिलाकर हंसने लगे, जिसके बाद पीएम मोदी की इन बातों ने खुब सुर्खियां बटोरी।

ज्ञान भारतम पोर्टल लॉन्च करने के बाद पीएम मोदी विज्ञान भवन में पांडुलिपि धरोहर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। जहां उन्होंने पशु प्रेमी से संबंधित अपना एक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मैं एक पशु प्रेमी से मिला था। इसके बाद वहां उपस्थित सभी लोग खिल-खिलाकर हंसने लगे। इसपर पीएम मोदी ने पूछा कि क्यों आप लोगों को हंसी आ गई, हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो कि विशेष तौर पर गाय को पशु नहीं मानते।
ये भी पढ़ें:- Gyan Bharatam Portal: पीएम मोदी ने लॉन्च किया ज्ञान भारतम पोर्टल, प्राचीन पांडुलिपियों को मिलेगा डिजिटल जीवन
ज्ञान भारतम पोर्टल के लॉन्चिंग कार्यक्रम में बोले पीएम
बता दें कि पीएम मोदी ने ये बातें ज्ञान भारतम पोर्टल के लॉन्चिंग के दौरान कही। ज्ञान भारतम एक डिजिटल मंच है, जिसका उद्देश्य भारत की प्राचीन पांडुलिपियों का संरक्षण, डिजिटलीकरण और उनके पारंपरिक ज्ञान का प्रचार-प्रसार करना है। इस सम्मेलन का विषय पांडुलिपि धरोहर के माध्यम से भारत की ज्ञान परंपरा की पुनर्प्राप्ति है, जो कि 11 से 13 सितंबर तक संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया है।
इस दौरान पीएम मोदी ने ज्ञान भारतम पोर्टल की खासियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की पांडुलिपियां मानवता की यात्रा को दर्शाती हैं, जिसमें दर्शन, विज्ञान, चिकित्सा, खगोलशास्त्र, वास्तुकला जैसे कई विषय शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गणित से लेकर कंप्यूटर साइंस तक, आधुनिक ज्ञान की नींव भारत की खोजों जैसे शून्य के आविष्कार पर टिकी है। उन्होंने इसे भारत की सभ्यता की अमूल्य धरोहर बताया, जिसे पूरी दुनिया में गर्व के साथ दिखाया जाना चाहिए।
ये भी पढ़ें:- India-France United: आतंकवाद के खिलाफ भारत और फ्रांस एकजुट, सहयोग बढ़ाने पर बनी सहमति; मिलकर लड़ने का संकल्प