रूसी तेल आयात मामला: कांग्रेस का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- ट्रंप ने MEA के इनकार को ठुकराया

कांग्रेस ने रूस से तेल आयात बंद करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगातार दावों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा कि ट्रंप ने बीते पांच दिनों में तीन बार भारत के रूस से तेल आयात का मुद्दा उठाया है और भारतीय विदेश मंत्रालय के खंडन को नजरअंदाज कर दिया।

केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पिछले पांच दिनों में राष्ट्रपति ट्रंप अब तक तीन बार भारत द्वारा रूस से तेल आयात के मुद्दे को उठा चुके हैं। और इसमें कोई शक नहीं कि इस सप्ताह बुडापेस्ट में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात से पहले वे इस बात को और भी अधिक बार दोहराएंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि उन्होंने अपने अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी से बात की है और भारत ने रूस से तेल आयात को बंद करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने ऐसी किसी बातचीत की जानकारी होने से इनकार किया है, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने मंत्रालय के इस खंडन को नकार दिया है।
The matter of India's imports of oil from Russia has been raised by President Trump now thrice in the past five days. And no doubt he will keep increasing this tally as he prepares to meet President Putin in Budapest later in the week.
President Trump says he has spoken to his… pic.twitter.com/XrWeT1n0zH— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 21, 2025
ट्रंप ने कल फिर दी थी धमकी
सोमवार को एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा था कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेगा, तो उसे भारी शुल्क चुकाते रहना होगा। रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत की हालिया टिप्पणियों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर ट्रंप ने कहा, भारत ऐसा नहीं करना चाहता। भारत ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप ऊर्जा खरीद के अपने स्रोतों को व्यापक और विविध बना रहा है। इससे कुछ घंटे पहले ट्रंप ने दावा किया था कि मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से कच्चे तेल की खरीद बंद कर देगा। ट्रंप ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत ने ऐसी कोई टिप्पणी की। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि उन्होंने ऐसा कहा है। नहीं, मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है और उन्होंने कहा है कि वह रूसी तेल नहीं खरीदेंगे।
वित्तीय सहायता देने का लगाया आरोप
अमेरिका का आरोप है कि रूसी कच्चे तेल की खरीद के जरिये भारत पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जारी रखने में वित्तीय सहायता दे रहा है। रूसी तेल की खरीद को लेकर भारतीय वस्तुओं के आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के ट्रंप प्रशासन के फैसले के बाद से भारत और अमेरिका के संबंध तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिका ने भारत से आयात पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए हैं। इधर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी फोन बातचीत की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को बाजार की स्थिति के अनुसार विविध और संतुलित तरीके से पूरा करता है।