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Home Ministry : '60 पैराशूट फील्ड अस्पताल' को सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार, गृह मंत्रालय ने की घोषणा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: आदर्श शर्मा
Updated Tue, 23 Jan 2024 04:21 PM IST
सार
उत्तर प्रदेश के 60 पैराशूट फील्ड अस्पताल को सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार- 2024 के लिए चुना गया है। 60 पैराशूट फील्ड अस्पताल की स्थापना 1942 में की गई थी।
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तुर्किये भूंकप के दौरान मदद करता जवान(फाइल फोटो))
- फोटो : ANI
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विस्तार
उत्तर प्रदेश के 60 पैराशूट फील्ड अस्पताल को सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार- 2024 के लिए चुना गया है। बता दें यह पुरस्कार केंद्र सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है। 60 पैराशूट फील्ड अस्पताल की स्थापना 1942 में की गई थी। यह भारतीय सशस्त्र बलों का एकमात्र हवाई चिकित्सा प्रतिष्ठान है। वैश्विक संकटों में अपनी असाधारण सेवा के लिए यह मान्यता प्राप्त है।
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार की घोषणा
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार-2024 की घोषणा करते हुए गृह मंत्रालय ने कहा कि अस्पताल के प्राथमिक मिशन में शांति और युद्ध दोनों के समय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) संचालन शामिल है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में 2013 को आई बाढ़, ऑपरेशन नाम 'मैत्री' (2015) के तहत नेपाल भूकंप और ऑपरेशन समुद्र मैत्री (2018) के हिस्से के रूप में इंडोनेशियाई सुनामी के दौरान चिकित्सा सहायता प्रदान की।
अंतर्राष्ट्रीय आपदा बचाव में निभाई अहम भूमिका
बता दें फरवरी 2023 में तुर्किये और सीरिया में आए तीव्र भूकंप में तुरंत कार्रवाई करते हुए यूनिट ने तेजी से 99 सदस्यीय टीम को इकट्ठा किया और 30 बिस्तरों की क्षमता वाले एक अस्थायी अस्पताल का निर्माण किया था। पुरस्कार की घोषणा हर वर्ष 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर की जाती है। वर्ष 2024 के पुरस्कार के लिए एक जुलाई 2023 से ऑनलाइन नामांकन मांगे गए थे। जिसके लिए 245 वैध नामांकन प्राप्त हुए थे।
आपदा प्रबंधन तैयारियों के चलते घटना में आई कमी
गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश ने आपदा प्रबंधन तैयारियों, शमन और कई तंत्रों में बेहतरीन सुधार किया है। जिसके चलते प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बड़ी संख्या में जानमाल के नुकसान में कमी आई है।बयान में कहा गया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आपदा तैयारियों की समीक्षा समय-समय पर करते हैं।
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सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार की घोषणा
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार-2024 की घोषणा करते हुए गृह मंत्रालय ने कहा कि अस्पताल के प्राथमिक मिशन में शांति और युद्ध दोनों के समय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) संचालन शामिल है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में 2013 को आई बाढ़, ऑपरेशन नाम 'मैत्री' (2015) के तहत नेपाल भूकंप और ऑपरेशन समुद्र मैत्री (2018) के हिस्से के रूप में इंडोनेशियाई सुनामी के दौरान चिकित्सा सहायता प्रदान की।
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अंतर्राष्ट्रीय आपदा बचाव में निभाई अहम भूमिका
बता दें फरवरी 2023 में तुर्किये और सीरिया में आए तीव्र भूकंप में तुरंत कार्रवाई करते हुए यूनिट ने तेजी से 99 सदस्यीय टीम को इकट्ठा किया और 30 बिस्तरों की क्षमता वाले एक अस्थायी अस्पताल का निर्माण किया था। पुरस्कार की घोषणा हर वर्ष 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर की जाती है। वर्ष 2024 के पुरस्कार के लिए एक जुलाई 2023 से ऑनलाइन नामांकन मांगे गए थे। जिसके लिए 245 वैध नामांकन प्राप्त हुए थे।
आपदा प्रबंधन तैयारियों के चलते घटना में आई कमी
गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश ने आपदा प्रबंधन तैयारियों, शमन और कई तंत्रों में बेहतरीन सुधार किया है। जिसके चलते प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बड़ी संख्या में जानमाल के नुकसान में कमी आई है।बयान में कहा गया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आपदा तैयारियों की समीक्षा समय-समय पर करते हैं।