Delhi: ‘भारत में होना हमेशा अद्भुत होता है’, जयशंकर से मिलकर बोले अमेरिकी विदेश मंत्री
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने कहा कि भारत में होना हमेशा अद्भुत होता है। हमारे बीच न केवल अब तक की सबसे मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी है, बल्कि एक क्षेत्रीय और वास्तव में एक वैश्विक साझेदारी भी है।
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अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने पांचवीं भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान ब्लिंकन ने कहा कि भारत में होना हमेशा अद्भुत होता है। आज हमारे पास अब तक की सबसे मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी है।
हम भागीदारी का एक उल्लेखनीय वर्ष बना रहे
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने कहा, 'भारत में होना हमेशा अद्भुत होता है। हम भागीदारी का एक उल्लेखनीय वर्ष बना रहे हैं। हमारे बीच न केवल अब तक की सबसे मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी है, बल्कि एक क्षेत्रीय और वास्तव में, एक वैश्विक साझेदारी भी है, जिसे इस वर्ष जी 20 के लिए भारत के नेतृत्व द्वारा और अधिक प्रमाणित किया गया है।'
#WATCH | Delhi: US Secretary of State Antony J. Blinken meets External Affairs Minister Dr S Jaishankar for the 5th India-US 2+2 Ministerial Dialogue. pic.twitter.com/E2cc5FpmFG
— ANI (@ANI) November 10, 2023
उन्होंने आगे कहा, 'हमें अपने रक्षा सहयोगियों सहित बहुत कुछ करना है। मुझे लगता है कि यह हिंद-प्रशांत संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए हमारे दृढ़ फोकस का एक और सबूत है। भविष्य को लेकर हम भारत के साथ मिलकर इसका निर्माण कर रहे हैं।'
जी-20 शिखर सम्मेलन बहुत सफल रहा
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, 'सितंबर में हमारा जी-20 शिखर सम्मेलन बहुत सफल रहा और मैं प्रधानमंत्री मोदी की ओर से आपको (अमेरिकी सरकार और राष्ट्रपति बाइडन को) धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि अमेरिका ने हमें जो मजबूत समर्थन दिया है, उसके बिना मुझे नहीं लगता कि हमें आम सहमति और परिणाम मिल पाते।'
यह 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता
उन्होंने आगे कहा कि ब्लिकंकन का दिल्ली आना बहुत खास है क्योंकि हमें पीएम मोदी की जून की यात्रा और राष्ट्रपति बाइडन की सितंबर की यात्रा पर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। यह 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता है, इसलिए हम जो कर रहे हैं, उसके बारे में व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हैं। क्वाड के सदस्य के रूप में हम हिंद-प्रशांत पर चर्चा करेंगे। अंत में, हम वैश्विक क्षेत्रीय मुद्दों और पश्चिम-एशिया और मध्य-पूर्व में क्या हो रहा है, इसे देखेंगे क्योंकि यह अभी एक बड़ी चिंता का विषय है।'