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                                                                           कितनी मुहब्बत हे तुझको अपनी चांदनी से
रौशन उसका जहां तेरी रौशनी से
वो चंदा तोरी चांदनी मोरा जिया जलाए
तेरी प्रीत है जैसे चांदनी से अटूट
कोई शर्त नहीं तेरे ओर चांदनी के बीच
तोरी प्रीत मोरे हृदय में आग लगाए
मै...और पढ़ें
1 day ago
                                                                           उंगली धाम के मेरी,
चलना सिखलाया
कांधे पर बैठाकर पूरा गांव घुमया
मेरी उदासी को बिन कहे समझने वाले ,
कहानियाँ सुना के मुझे फिर से हंसाने वाले
हो जाती जब मुझसे गलती कोई
मुझे हमेशा बचाया मम्मी की डाँट से ,
...और पढ़ें
1 day ago
                                                                           हम जैसे अच्छों को बुरा बनाती है,
ये मोहब्बत नाम की चिड़िया वाक़ई बहुत रुलाती है।
उससे इश्क़ करके जो उदासी मिली,
इतनी ज़िद्दी है कि भगाने पर भी नहीं जाती है।
संभालने की कोशिश कर रहा हूँ मगर यार,
वापस जाने में हाथ में...और पढ़ें
2 days ago
                                                                           जी लो इस पल में
कल की मत सोचो
मायूसी से इस पल को मत सींचो
ठोकर लगी पांव में
वहां दुबारा पांव न रखो
पल की खबर नहीं
सौ साल की मत सोचो
जो भी वक्त मिला है
ख़ुशी से जिओ
माना जिंदगी बुरी है...और पढ़ें
2 days ago
                                                                           न जाने क्यूँ मिरे हरदम सितारे रूठ जाते हैं
जरा-सा सच कहूँ तो दोस्त सारे रूठ जाते हैं।

कसर रक्खी किसी ने कब मुझे ताने सुनाने में
हँसी उनपे जो आ जाए बिचारे रूठ जाते हैं।

परिंदा हूँ न जाने किस तरफ उड़ कर निकल...और पढ़ें
3 days ago
                                                                           चिड़ियों की शोर हुई
जगमग जगमग भोर भई
मंद मंद मुस्काए कली
देखो न्यारी धूप खिली
बच्चे सयाने बुजुर्गो के मन हर्षित हुई
नई चेतना नई ऊर्जा से दिन की शुरुआत हुई
नई तरंगें नई उमंगो से मन की बगिया खिली
आगे बढ़...और पढ़ें
3 days ago
                                                                           न जाने क्यूँ मिरे हरदम सितारे रूठ जाते हैं
जरा-सा सच कहूँ तो दोस्त सारे रूठ जाते हैं।

कसर रक्खी किसी ने कब मुझे ताने सुनाने में
हँसी उनपे जो आ जाए बिचारे रूठ जाते हैं।

परिंदा हूँ न जाने किस तरफ उड़ कर निकल...और पढ़ें
3 days ago
                                                                           मेरे दिल में छाई उदासी की वजह तुम नहीं हो यार,
मेरे दिल में छाई उदासी की वजह है कि तेरी मुहब्बत पास नहीं है...और पढ़ें
5 days ago
                                                                           कुछ दिन यूं ही गुजर जाते हैं...
‎जैसे कोई कुछ कहने की कोशिश कर रहा हो,
‎लेकिन शब्द अंदर ही अटक जाते हैं,
‎शायद वह शर्मिला हो।

‎मैं अपनी उदासी को छुपा कर रखता हूँ,
‎जैसे लोग अपनी सबसे कीमती चीज़ों को छुपातेऔर पढ़ें
6 days ago
                                                                           तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी, 
एक हम हैं कि पी कर भी तेरा नाम लेते रहे। 

तुम्हारे बाद, मैं जिसका हो गया,
पगली उसी का नाम तन्हाई है। 

उसके दिल पर भी, क्या ख़ूब गुज़री होगी,
जिसने इस दर्द का...और पढ़ें
6 days ago
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