कोरोना वायरस से चलते गांवों में लगाए जा रहे ठीकरी पहरे के दौरान गुभाना में ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध परिस्थितियों में घूमते हुए काबू कर लिया। पकड़ा गया व्यक्ति पूछताछ में अपना नाम व पता बार-बार बदलकर रहा था, जिस पर ग्रामीणों को शक हुआ।
बाद में इस व्यक्ति को काबू करके पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस और चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि जांच में व्यक्ति का स्वास्थ्य व तापमान सामान्य मिला। बुधवार की दोपहर गुभाना गांव के युवक बहादुरगढ़ रोड पर ठीकरी पहरा दे रहे थे तो एक व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितयों में गांव में घुसने का प्रयास करने लगा। ग्रामीण युवकों की नजर पड़ी तो ठीकरी पहरे को देखकर घबरा गया और यह अनजान युवक इधर-उधर छुपने का प्रयास करने लगा। व्यक्ति की संदिग्ध गतिविधियोंं को देखकर ग्रामीणोंं को शक हुआ। शक के आधार पर संदिग्ध से पूछताछ की गई तो वह बार-बार अपना नाम व पता बदलने लगा, जबकि किसी से मिलने के लिए आने की कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी। संदिग्ध व्यक्ति के बारे में पुलिस और जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियोंं को सूचना दी गई। ग्रामीणों ने पुलिस और चिकित्सकों ने इस व्यक्ति से पूछताछ की तो कुछ भी बताने में असमर्थ रहा। तलाशी ली गई तो उसकी जेब से मिले मतदाता पहचान पत्र से उसकी पहचान मयनूल हक, जिला बरपेटा, असम के रूप में हुई। मौके पर सीएचसी बादली से आरबीएसवाई चिकित्सकों की टीम ने स्वास्थ्य जांच की तो सामान्य मिला और कोई कोरोना वायरस का लक्षण दिखाई नहीं दिया। बाद में मयनूल हक नामक संदिग्ध व्यक्ति को सैनिटाइज किया गया और एंबुलेंस की मदद से बहादुरगढ़ के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया।
परिचितों ने नहीं पहचाना : संदिग्ध व्यक्ति मयनूल ने गुभाना गांव में किराए पर रहने वाले कुछ लोगों को अपना परिचित बतलाया और कहा कि वह पहले भी गांव में मजदूरी का काम कर चुका है। लेकिन जब परिचितों को मौके पर बुलाया गया तो उन्होंने मयनूल को पहचानने से इनकार कर दिया। इस पर ग्रामीणों का शक बढ़ गया और पुलिस को सूचना दी गई।