Apple: एपल को बड़ा झटका, चैटजीपीटी जैसे प्रोजेक्ट पर काम करने वाले एग्जीक्यूटिव के यांग ने छोड़ी कंपनी
ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, एपल के सीनियर एग्जीक्यूटिव के यांग ने कंपनी छोड़ने का फैसला किया है और अब वे मेटा प्लेफार्म्स (फेसबुक की पैरेंट कंपनी) से जुड़ रहे हैं। जानिए क्या हैं इसके पीछे के कारण।
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में टेक कंपनियों के बीच टैलेंट वॉर लगातार तेज होती जा रही है। ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, एपल के सीनियर एग्जीक्यूटिव के यांग (के यांग ) ने कंपनी छोड़ने का फैसला किया है और अब वे मेटा प्लेफार्म्स (फेसबुक की पैरेंट कंपनी) से जुड़ रहे हैं।
सिरी के नए एआई वर्जन पर काम कर रहे थे के यांग
कुछ ही हफ्ते पहले, के यांग को एपल की नई टीम "आन्सर्स, नॉलेज एंड इंफॉर्मेशन (AKI)" का प्रमुख बनाया गया था। यह टीम चैटजीपीटी जैसी एआई-आधारित वेब सर्च तकनीक पर काम कर रही थी जो सिरी वॉइस असिस्टेंट के अगले बड़े अपडेट में अहम भूमिका निभाने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह नया सिरी संस्करण मार्च 2026 में लॉन्च किया जा सकता है।
मेटा ने शुरू किया सिलिकॉन वैली का 'एआई टैलेंट हंट'
मार्क जुकरबर्ग के नेतृत्व वाले मेटा ने हाल के महीनों में एआई क्षेत्र में अपना निवेश कई गुना बढ़ा दिया है। कंपनी ने अब ओपनएआई, गूगल और एंथ्रोपिक जैसी कंपनियों को चुनौती देने के लिए आक्रामक हायरिंग रणनीति अपनाई है। यांग का मेटा से जुड़ना इस बात का संकेत है कि कंपनी अब एआई सुपरइंटेलिजेंस की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
एपल से पहले भी मेटा कर चुका है टॉप टैलेंट की 'पॉचिंग'
यह पहली बार नहीं है जब मेटा ने एपल के प्रमुख एआई विशेषज्ञों को अपनी टीम में शामिल किया हो। इससे पहले भी रॉबी वॉकर और रूमिंग पैंग जैसे अनुभवी एग्जीक्यूटिव्स एपल से मेटा में शामिल हो चुके हैं। इन कदमों से साफ है कि मेटा अपनी एआई रिसर्च क्षमता को मजबूत करने के लिए किसी भी स्तर पर समझौता नहीं कर रही।
एपल और मेटा दोनों ने नहीं दी कोई आधिकारिक टिप्पणी
रिपोर्ट के अनुसार, इस डेवेलपमेंट पर एपल, मेटा और के यांग - तीनों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लिंक्डइन के अनुसार, यांग 2019 से एपल के साथ जुड़े हुए थे और उन्होंने कंपनी में कई एआई-संबंधी प्रोजेक्ट्स पर काम किया था।
एआई इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा
एआई सेक्टर में चल रही यह टैलेंट वॉर दर्शाती है कि कैसे दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां अब जेनरेटिव एआई और स्मार्ट सर्च सिस्टम्स को अपनी प्राथमिकता बना रही हैं। हर कंपनी इस बात की कोशिश में है कि उसके पास सर्वश्रेष्ठ एआई दिमाग हों ताकि वे इस रेस में आगे निकल सकें। एपल से मेटा में के यांग का जाना सिर्फ एक करियर मूव नहीं, बल्कि एआई युग के बदलते समीकरणों का संकेत है। जहां एपल अपने सिरी और एआई सर्च को नए स्तर पर ले जाने की तैयारी में है, वहीं मेटा अपने एआई इकोसिस्टम को और मजबूत बनाने के मिशन पर है।